पटना : जदयू के भीतर जारी घमसान के बीच भाजपा ने उस दल के 50 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए कहा कि वह बिहार की वर्तमान सरकार को आज गिरा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वह इस तरह की राजनीति में विश्वास नहीं रखते. वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने संवाददाताओं को आज बताया, अगर वह चाहे तो इस सरकार को आज गिरा सकते हैं. जदयू के 50 विधायक पाला बदलने और उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं तथा लगातार हमारे संपर्क में हैं. लेकिन हम लोग ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि भाजपा इस तरह की राजनीति में विश्वास नहीं करती. बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों से कहा, मैं स्पष्ट शब्दों में यह बता देना चाहते हैं कि भाजपा का ऐसा कोई 'गेम प्लान' नहीं है बल्कि नीतीश कुमार का अपने लिए कांटा बने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को हटाने का 'गेम प्लान' है. 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में भाजपा के 88, जदयू के 115, राजद के 24, कांग्रेस के 5 और भाकपा के एक विधायक हैं. बिहार की मांझी सरकार को राजद, कांग्रेस और भाकपा का समर्थन प्राप्त है. उन्होंने नीतीश पर दूसरे दलों को तोडने का आरोप लगाते हुए कहा, इसका उदाहरण पूर्व में लोजपा और राजद को तोडा जाना है और हमारी पार्टी के भी तीन विधायकों को तोडकर अपनी पार्टी में शामिल कर चुके हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील ने कहा कि खुद ही बिखर रही जदयू को तोडने की भाजपा को जरुरत नहीं. उन्होंने कहा कि राजद में विलय को लेकर जदयू नेता खुश नहीं हैं और ऐसा होने पर उसका स्वयं आस्तित्व समाप्त हो जाएगा. सुशील ने कहा कि जदयू के जो विधायक उनके संपर्क में हैं उन्हें समय आने पर उनकी पार्टी में स्थान दिया जाएगा. हाल ही में सुशील ने कहा था कि नीतीश के मांझी को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के विकल्प खुले हुए हैं. मुजफ्फरपुर के अजीजपुर गांव में हुई आगजनी और हिंसा को लेकर राजद पर प्रहार करते हुए सुशील ने कहा कि यह घटना लालू प्रसाद के शासनकाल में हुए कई नरसंहार से मेल खाता है. इसमें चार लोगों की मौत हो गयी थी. अजीजपुर गांव का जायजा लेने के लिए रवाना होने के पूर्व सुशील ने सभी समुदाय के लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की.