राजेश खन्ना की जीवनी पर आधारित किताब 'राजेश खन्नाम :कुछ तो लोग कहेंगे' का शुक्रवार को विमोचन किया गया. हिंदी फिल्मों के पहले सुपरस्टांर राजेश खन्ना की जिंदगी की परतों को खोलती इस किताब के लेखक यासिर उस्माेन हैं. किताब का विमोचन कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के हाथों किया गया. खास बात है कि राजेश खन्नार के जिंदगी के अनसुने पलों को दिखाती यह किताब हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखी गयी है. दोनों ही भाषाओं में यासिर ने ही अपने विचार रखे हैं. यासिर ने राजेश खन्ना के साथ काम किए अभिनेता, निर्देशक और निर्माताओं से बात करके उनके जीवन के बारे में जानकारी ली. पत्रकार और लेखक यासिर उस्माकन ने बताया कि 'मुझे राजेश खन्नान की जिंदगी पर डाक्यूतमेंटरी फिल्मर बनाने के लिए एसाइन किया गया था. जब मैं राजेश खन्नाा के अंतिम संस्कािर में शामिल होने गया तो मैं देखकर दंग रह गया कि, वहां उनके अंतिम दर्शन के लिए यूएस और यूके से लोग आए हुए थे. उसी वक्त मैंने निर्णय लिया कि इस इंसान के बारे में और अधिक जानने के लिए मैं उसके जीवनपर एक किताब लिखूंगा.' उन्हों ने बताया कि इस किताब में बॉलीवुड लिजेंड की जिंदगी के उतार-चढ़ाव के बारे में ही नहीं दर्शया गया है बल्कि किताब की कहानी बॉलीवुड के भी अच्छेर और बुरे समय को दर्शाती है. किताब का विमोचन करने आए कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने भी राजेश खन्नाी के साथ बिताए गए वाकये को याद किया. खुर्शीद ने कहा कि वो उन खुशनशीबों में से हैं जो राजेश खन्नात को करीब से पहचानते हैं. उन्होंबने बताया कि राजेश खन्नाग के राजनीति में आने के बाद कई शामें दोनों ने साथ में बितायी हैं. उन्होंेने कहा मैंने राजेश खन्नाअ के शीर्ष पर भी देखा है और उन्हेंे अर्श से फर्श तक जाते भी देखा है. यह किताब उनके अनछुए पलों को दर्शाती है. विमोचन के दौरान उस्मानन ने राजेश खन्नाश को याद करते हुए 'मैने तेरे लिए ही सात रंग...' गाना गाकर समा बांधकर शमा बांध दिया.