मुंबई। मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने कहा है कि भला आज के दौर में सेंसर बोर्ड की क्या जरुरत है। आमिर ने कहा कि उनकी पिछली फिल्म पीके को देश की कुल आबादी में से महज 2 से 3 फीसदी लोगों ने देखा होगा जबकि आज 60 से 70 फीसदी लोगों के हाथ में स्मार्टफोन है। आमिर ने कहा, \'लोग अब इंटरनेट और स्मार्टफोन पर मनचाही सामग्री देख सकते हैं। वहां तो किसी किस्म का सेंसर नहीं चलता। अब जरुरत इस बात की है कि सेंसर बोर्ड को समाप्त कर दिया जाए।\' उन्होंने कहा, \'लोगों के लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा है और उन्हें क्या देखना है या क्या नहीं देखना है। इसका निर्णय कर पाने में वे अच्छी तरह सक्षम हैं।\' गौरतलब है कि आमिर की पिछली फिल्म \'पीके\' ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता का नया रिकार्ड बनाया था। हालांकि इस फिल्म पर कुछ लोगों ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप भी लगाया था। अब आमिर की अगली फिल्म \'दंगल\' का उनके प्रशंसकों को बेसब्री से इंतजार है। \'दंगल\' में आमिर एक कुश्ती चैम्पियन और कोच की भूमिका निभा रहे हैं। यह फिल्म वास्तविक कहानी पर आधारित है।