पटना 6 अगस्त : पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह सपा प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद यादव ने बिहार सरकार द्वारा भू-राजस्व लगान व मालगुजारी में की गयी बढ़ोतरी को तुगलकी आदेश बताया है| उन्होंने कहा कि इस तुगलकी आदेश के खिलाफ समाजवादी पार्टी 9 अगस्त 2018 को क्रान्ति दिवस के अवसर पर पटना के गाँधी मैदान स्थित जेúपीú गोलम्बर से राजभवन तक 17 सूत्री मांगों को लेकर ‘‘किसान आक्रोश मार्च’’ निकालकर राज्यपाल को ज्ञापन सौपेगी| राजधानी पटना के न्यू पुनाई चक स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में देवेन्द्र प्रसाद यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए किसान आक्रोश मार्च के अलावे अन्य ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बातें रखी| उन्होंने कहा कि समाजवादी-पार्टी किसान-मजदूर-नौजवानों की समस्याओं को लेकर हमेशा से आवाज बुलंद करती रही है|
विगत वर्ष क्रान्ति दिवस के अवसर पर बिहार के जर्जर पड़े राजकीय नलकूपों को दुरुस्त करने के सन्दर्भ में पार्टी कार्यकर्ताओं ने आन्दोलन किया था जिसका नतीजा है कि देर से ही सही बिहार सरकार जर्जर पड़े राजकीय नलकूपों को दुरुस्त कर निजी व्यक्ति या संस्था के हाथों में सौपने का निर्णय लिया| इस वर्ष क्रांति दिवस के अवसर पर एक बार फिर पार्टी के कार्यकर्ता किसान-मजदूर-नौजवानों की समस्याओं से संबंधित 17 सूत्री मांग पत्र के समर्थन में आन्दोलन के माध्यम से अपनी आवाज बुलंद कर राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट करायेंगे ताकि तत्काल इन समस्याओं का निदान हो सके|
देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि यह मुद्दा आधरित आन्दोलन है जिसकी शुरुआत 9 अगस्त को क्रांति दिवस के अवसर पर होगी और अगले तीन माह तक अनवरत चलेगी। उन्होंने कहा कि अगर 1000 गुणा से भी ज्यादा भू-राजस्व लगान व मालगुजारी बढ़ोतरी वाला तुगलकी फरमान इस अनवरत आन्दोलन के बाद भी राज्य सरकार वापस नहीं लेगी तो पूरे बिहार में इसके लिए चरणबद्ध आन्दोलन किया जाएगा|
सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म कांड के दोषियों पर त्वरित दण्ड प्रक्रिया के तहत स्पीडी ट्रायल चलाकर सख्त से सख्त सजा मुकर्रर होनी चाहिए ताकि इस तरह के कुकृत्य को करने की फिर कोई हिमाकत नहीं करे| उन्होंने कहा कि मुद्दा-आधरित आन्दोलन में 17 सूत्री मांगों के अतिरिक्त पीड़ित मासूम बच्चियों को न्याय दिलाने के लिए भी पार्टी के कार्यकर्ता प्रतिबद्ध हैं|
देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि छोटे कर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई कर राज्य सरकार बड़े लोगों को बचाने में जुटी है| समाज कल्याण मंत्री का अबतक पद पर बने रहना सरकार के मंसूबे पर सवाल खड़ा करता है| उन्होंने कहा कि मंत्री पति का इस पूरे प्रकरण में संलिप्तता है जिसे बचाने के लिए लीपापोती हो रही है| वाकई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस इस कुकृत्य को शर्मनाक मानते हैं तो उन्हें तत्काल समाज कल्याण मंत्री को पद से हटाना चाहिए| सुशासन का ढोल पीटनेवाली यह डपोरशंखी सरकार संवेदनहीन हो चूकी है| समाज कल्याण मंत्री अपने पति को बचाने के लिए अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर मामले को रफा-दफा करने में जुटी है और सरकार मूकदर्शक बन घड़ियाली आँसू बहा रही है|
समाजवादी पार्टी के इस मुद्दा आधारित आन्दोलन के सत्रह सूत्री मांगों में सभी बंद पड़े राजकीय नलकूप को चालू किये जाने, बंद पड़े चीनी मिल को चालू करने, खेतिहर मजदूरों का पलायन को रोकने, महंगी शिक्षा व्यवस्था, भष्ट्राचार को शिष्टाचार बनाने का सिलसिला को रोकने तथा मधुबनी सहित सभी बिहार में स्थित बालिका गृह में बालिका के साथ हुए उत्पीड़न कुकृत्यों की जाँच उच्च न्यायालय के निगरानी में कराने जैसी मांगे शामिल है| इसके लिए सपा अनवरत आन्दोलन राज्य स्तर से लेकर जिलास्तर और जिलास्तर से प्रखंड स्तर तक जारी रखेगी।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री व पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामधनी सिंह, मीडिया प्रभारी श्रीभगवान प्रभाकर सहित अन्य कई पार्टी के नेता व कार्यकर्ता मौजूद थें|