पटना : दधीचि देहदान समिति के प्रयास से एक और देहदान सम्पन्न हुआ मृत्यु सुनिश्चित है परंतु मृत्यु के पश्चात भी अमरत्व पानें का श्रेष्ट तरीका है-देहदान/अंगदान I पटना के एस0 पी0 वर्मा रोड निवासी, 69 वर्षीय भाग्यचंद जैन जी का सम्पूर्ण शरीर आज सुबह IGIMS संस्थान को दान कर दिया गया।
मृतक भाग्यचंद जैन जी ने दधीचि देहदान समिति के प्रारंभिक वर्षो में ही सम्पूर्ण शरीर के लिए संकल्प पत्र भरा था जिसकी संकल्प पत्र संख्या DDDS1083 है। वे भारत विकास परिषद बांकीपुर शाखा के वर्षो तक कोषाध्यक्ष रहे I आज सुबह 9 बजे भाग्यचंद जैन जी के आवास से सम्पूर्ण शरीर को दान करने हेतु IGIMS संस्थान ले जाया गया। IGIMS के निदेशक डा0 एन0 आर0 विश्वास, अधीक्षक डा0 मनीष मंडल, डा0 अवनीश, डा0 विभूति प्रसन्न सिंह एवं अमित सोनी उपस्थित थे।
भाग्यचंद जैन जी की पत्नी मंजू जैन, पुत्री कविता जैन एवं दामाद संजय जैन देह सुर्पुद करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस अवसर पर समिति के सदस्य डा0 विभूति प्रसन्न सिंन्हा (IGIMS नेत्र विभागाध्यक्ष) अरूण सत्यमूर्ति, शैलेश महाजन एवं सुरज कुमार उपस्थित थे। समिति के महामंत्री पद्मश्री विमल जैन जी ने समाज के जागरूक नागरिकों से अनुरोध किया है कि मृत्यु को जीवन का अंत न बनाये, संकल्प लेकर नेत्रदान/अंगदान/देहदान करने का संकल्प ले।
इस अवसर पर समिति मुख्य संरक्षक सुशील कुमार मोदी जी एवं समिति के अध्यक्ष गंगा प्रसाद, महामहिम राज्यपाल, सिक्कम ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर मृतक की आत्मा को सद्गति मिले, इस हेतु प्रार्थना की I समिति ने आम लोगों को आह्वान किया की महर्षि दधीचि कि इस परम्परा को सार्थक करने का प्रयास करे तथा पीड़ित मानवता कि सेवा में अपना योगदान करें।