किसानों के हित को सर्वोपरि मान RCEP से बाहर हुआ भारत: राजीव रंजन

रिपोर्ट: सुशांत पाठक

पटना :  भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा है कि प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकताओं में देश और देशवासियों का हित सर्वोपरि है| उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के ठोस नेतृत्व के कारण अब वह दिन लद चुके हैं जब भारत की सरकार वैश्विक शक्तियों के दबाव में आ जाती थी| अब भारत फ्रंटफुट पर खेलता है और अपने नागरिकों के हित के साथ कोई समझौता नही करता| यही वजह है कि बीते दिनों थाईलैंड में हुए आरईसीपी समिट में भारत ने चीन और जापान जैसे देशों के दबाव को दरकिनार करते हुए इस समझौते से साफ़ इंकार कर दिया|

गौरतलब हो कि इस समझौते के कुछ प्रावधानों को लेकर देश के कई उद्योगों को ऐसी आशंका थी कि यदि भारत इस समझौते पर हस्ताक्षर करता है तो देश में चीन के सस्ते कृषि और औद्योगिक उत्पादों की बाढ़ आ जाएगी, जिससे सीधे तौर पर यहाँ के उत्पादकों के हितों को झटका लग सकता था| लेकिन अपने इस कदम से मोदी सरकार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि दुनिया की कोई भी ताकत भारत को देश के किसानों और कारोबारियों के हितों से समझौता करने के लिए मजबूर नहीं कर सकती| जाहिर है कि आरसीईपी में भारत का रुख प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व और दुनिया में भारत के बढ़ते कद को दर्शाता है| भारत के इस फैसले से देश के करोड़ों किसानों, सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) और डेयरी उत्पाद का हित संरक्षित होगा|”

विपक्ष पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा “ मोदी सरकार के इस फैसले से विपक्ष एक बार फिर से सदमे में चला गया है| उन्हें लगता था कि पूर्व की सरकारों की तरह मोदी सरकार भी ताकतवर देशों के दबाव में आ कर इस समझौते पर दस्तखत कर देगी, जिसके बाद उन्हें अपनी राजनीति चमकाने का एक मौका मिल सकता था| वास्तव में उन्होंने इस मुद्दे पर जनता को भड़काने की पूरी तैयारी भी कर रखी थी| लेकिन ‘सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास’ के मूल मन्त्र पर चलने वाली इस सरकार ने उनकी आशाओं पर पानी फ़ेर दिया| आज मोदी सरकार के इस फैसले की पूरे देश में हो रही तारीफ़ को देख कर निश्चय ही उनके सीनों पर सांप लोट रहे होंगे|”


Create Account



Log In Your Account