पटना : बिहार समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव देवेन्द्र सिंह यादव ने कहा है कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की पुनः शुरुआत कर खोई हुई साख को स्थापित करने की क़वायद में जुटे है नीतीश कुमार| उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता पूरी तरह से नकार चुकी है इसलिए अब उनका हर हथकंडा नाकाम साबित होगा| बिहार की जनता जाग चुकी है अब लोगों को गुमराह कर वे अपने मंसूबे में कामयाब नहीं होंगे| उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव में उन्हें मुंह की खानी पड़ी है| लेकिन जोड़-तोड़ की राजनीति कर वे अनुकंपा पर मुख्यमंत्री बने हुए हैं| न्याय के साथ विकास का नारा देकर सुशासन की झूठी ढोल पीटनेवाले नीतीश कुमार के कार्यकाल में अफशरशाही चरम पर है| सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार एवं घूसखोरी व्याप्त होने से आमजन त्राहिमाम है| श्री यादव ने कहा कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के जरिये बेलगाम एवं भ्रष्ट अफसरों पर नकेल कसने की दिखावा कर जनता का विश्वास हासिल करने की नाकाम कोशिश में जुटे हैं नीतीश कुमार|
सवालिया लहजे में देवेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम को बंद कर नीतीश कुमार ने जनसमस्याओं के निपटारे हेतु “बिहार लोक शिकायत निवारण कानून” बनाकर अधिकारियों को जिम्मेवारी सौपी थी| इसको लेकर मुख्यमंत्री ने वर्ष 2016 में बड़ी-बड़ी बातें कही थी, लोगों को कानूनी अधिकार दिया था| जनता अपने उस कानूनी अधिकार से वंचित क्यों हो गई? जनता को इस कानूनी अधिकार से वंचित करनेवाले कितने अधिकारियों पर राज्य सरकार द्वारा कार्रवाई की गई| यह बिहार की जनता जानना चाहती है| मुख्यमंत्री कहते हैं कि लोक शिकायत निवारण कानून प्रभावी है तो फिर दुबारा जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की शुरुआत करने की नौबत क्यों आई? यह मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए|