पटना 01 जुलाई: आज सताक्षी कारवां और सोनी कला केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित “सांस्कृतिक उत्सव सह जागरूकता कार्यक्रम” में कलाकारों, स्कूली बच्चों एवं नामचीन मॉडल्स द्वारा नृत्य, गायन एवं रैम्प शो के माध्यम से नशामुक्त समाज, दहेज़ प्रथा एवं बाल विवाह उन्मूलन के प्रति लोगों को अवेयर किया गया| गौरतलब है कि सताक्षी कारवां एवं सोनी कला केंद्र निरंतर पर्यावरण संरक्षण एवं सामजिक कुप्रथाओं के खिलाफ श्रृंखलाबद्ध तरीके से अभियान चलाकर लोगों को जागृत करता रहा है| कार्यक्रमों की श्रृंखला के इस चौथे चरण में हुए सांस्कृतिक उत्सव सह जागरूकता कार्यक्रम में मौजूद लोगों को मनोरंजक माहौल में दहेज़ प्रथा, बाल विवाह एवं नशाखोरी से समाज एवं स्वास्थ्य पर पड़नेवाले दुष्प्रभावों के प्रति आगाह किया गया ताकि कुरीतियों एवं कुप्रथा रूपी कोढ़ को समाज से खत्म किया जा सके|
सांस्कृतिक उत्सव सह जागरूकता कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर बतौर मुख्य अतिथि दूरदर्शन पटना की उप-निदेशक रत्ना पुरकायस्था सहित मंच पर मौजूद अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया| कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रत्ना पुरकायस्था ने सबसे पहले आयोजनकर्ताओं को सामाजिक मुद्दों पर आधारित इस कार्यक्रम के लिए बधाई दी| उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से इन सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए पूरे बिहार में सशक्त अभियान चलाया जा रहा है जो जनभागीदारी से ही अपने मकसद में कामयाब होगा| उन्होंने कहा कि सोनी कला केंद्र और सताक्षी कारवां के संयुक्त प्रयास से राज्य सरकार के अभियान को गति प्रदान कर उसे मुकाम तक पहुँचाने के लिए समय-समय पर कार्यक्रमों व अन्य माध्यमों से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की कवायद जारी है| यह काफी सराहनीय और सार्थक पहल है|
सताक्षी कारवां की सचिव एवं मोटिवेटर सत्या सिंह ने कहा कि दहेज़ प्रथा और बाल विवाह दोनों एक दूसरे से जुड़ा हुआ है| दहेज़ देने से बचने के लिए गरीब और मध्यम परिवारों के लोग कम उम्र में ही अपनी बेटी की शादी कर देते हैं| कम उम्र में शादी के बाद गर्भ धारण करने पर प्रसव काल में अधिकाँश महिलायें असमय काल कवलित हो जाती है या कई तरह की बीमारियों से घिर जाती हैं| उनसे जो बच्चें पैदा होते हैं वह भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझने लगते हैं| ऐसे में हम सबका यह दायित्व है कि भावी पीढ़ी को स्वस्थ और खुशहाल समाज का निर्माण करने के लिए आगे आकर अपने पास-पड़ोस के लोगों को जागृत करें| इस दिशा में निरंतर हमारी संस्था सताक्षी कारवां और सोनी कला केंद्र न सिर्फ प्रयासरत है बल्कि इन सामाजिक कुप्रथाओं को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है|
सोनी कला केंद्र के सचिव एवं पेशे से कोरियोग्राफर धीरज सोनी ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार की लोक-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन को मिले इसके लिए हमारी संस्था सदैव सक्रिय रहकर अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन करती है| उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी होने से सूबे में शांति और गरीबों के घर-आँगन में खुशहाली लौटी है, जहाँ पहले फटेहाली और कलह-कोलाहल व्याप्त था| उन्होंने कहा कि दहेज़ प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ चल रहे राज्य सरकार के सशक्त अभियान के साथ हर बिहारवासी खड़ा है और देर से ही सही यह अपने लक्ष्य में अवश्य कामयाब होगा| धीरज सोनी ने कहा कि नृत्य, नाटक, गायन, रैम्प शो के साथ ही अन्य एक्टिविटी के माध्यम से सोनी कला केंद्र और सताक्षी कारवां राज्य सरकार के अभियान को अंजाम तक पहुँचाने के लिए दृढ़-संकल्पित है| हमारा यह अनवरत और अथक प्रयास लक्ष्य को हासिल करने तक जारी रहेगा|
सांस्कृतिक उत्सव सह जागरूकता कार्यक्रम में शंखनाद न्यूज़ वेब पोर्टल (www.shankhnaad.in) मीडिया पार्टनर एवं अमरेश एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी सहयोगी संस्था के रूप में शरीक था| इस कार्यक्रम को दिशा प्रदान कर सफल बनाने में सहभागी सभी लोगों के प्रति धीरज सोनी एवं सत्या सिंह ने आभार प्रकट किया|
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर एन0एम0सी0एच0 में पदस्थापित प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रीता चकोर, नीलिमा सिंह, रेनू सिंह, निशि अग्रवाल, साधना भूषण, अनीता जैन, चंद्राणी बैनर्जी, सृजेश, नीतीश, प्रिंस, हैरी, अमन सहित अन्य गणमान्य लोग, विभिन्न कलाओं से जुड़े कलाकार, मॉडल्स, स्कूली बच्चें एवं काफी तादाद में आमजन उपस्थित थें|