पटना : बिहार के पटना में दीदारगंज पुलिस ने छापेमारी कर चेक पोस्ट के पास होंडा सिटी कार से 168 बोतल विदेशी शराब बरामद की है. इस मामले में होंडा सिटी कार के चालक पवन कुमार रोशन व उस कार को पुलिस से बचाने के लिए स्कॉर्पियो से आगे-आगे चल कर सूचना दे रहे एमबीए पास आउट प्रतीक कुमार को पुलिस ने पकड़ा है. ये दोनों जक्कनपुर न्यू एरिया के रहनेवाले है. इसके साथ ही पुलिस ने स्कॉर्पियो व होंडा सिटी कार को जब्त कर लिया है. स्कॉर्पियो प्रतीक की है और उसके पिता डाॅ मिथिलेश कुमार सिंह मोकामा में सरकारी अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी है, जबकि होंडा सिटी कार गर्दनीबाग में रहनेवाले एक रेलवे कर्मचारी का है. पवन कुमार रोशन ने उनसे भाड़े पर गाड़ी चलाने के लिए लिया था. झारखंड से शराब लाये जाने की जानकारी एसएसपी मनु महाराज को हो गयी थी और फिर उनके निर्देश पर कार्रवाई की गयी़ झारखंड के चौपारण से ला रहा था शराब दीदारगंज थानाध्यक्ष के मुताबिक प्रतीक व पवन दो अलग-अलग गाड़ियों में झारखंड के चौपारण गये थे. इसके बाद वहां से शराब खरीद कर होंडा सिटी कार में रखी गयी थी. प्रतीक अपनी स्कॉर्पियो से आगे-आगे चल रहा था, ताकि वह इसकी जानकारी चालक पवन को दे सके कि आगे पुलिस हैं या नहीं. इसी दौरान दोनों को दीदारगंज चेक पोस्ट के पास पकड़ा गया. कन्हैया नगर से दस बोतल देसी शराब बरामद फुलवारीशरीफ . पुलिस ने नगर के कन्हैया नगर से भूरा पासवान के घर से दस बोतल देसी शराब बरामद की है. कन्हैया नगर निवासी झूलन पासवान की पत्नी ने पुलिस को सूचना दी कि उसका पति शराब पीकर आता है और मारपीट करता है. जब पुलिस झूलन पासवान के घर पहुंची, तो झूलन पासवान निकल भागने में सफल हो गया था. पुलिस भूरा पासवान के खिलाफ प्रतिबंधित शराब बेचने का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है. शराब के नशे ने बनाया शराब तस्कर थानाध्यक्ष के अनुसार प्रतीक ने पुणे के आइएमबीएस संस्थान से एमबीए की थी. इसके बाद उसने एमरॉन कंपनी में भी नौकरी की थी. वह शराब पीता था और शराबबंदी के बाद उसने झारखंड से शराब लाने का धंधा शुरू कर दिया. उसके शराब पीने की आदत के कारण पिता डाॅ मिथिलेश कुमार सिंह से उसकी कभी नहीं पटती थी और वह पिता की बात भी नहीं मानता था. पटना. प्रदेश में शराबबंदी के बाद भी शराब पकड़े जाने पर विभाग ने बाॅर्डर इलाकों में बाइक मोबाइल टीम गठित की है. विभाग के आदेश पर जिला प्रशासन ने जिला उत्पाद के अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में मुस्तैद रहने का दिशा-निर्देश भेजा है. निर्देश में कहा गया है कि वे गांवों में शराब पीने या बेचनेवालों को पकड़ने के लिए पुलिस नेटवर्क का सहारा लें. ऐसे में बाॅर्डर व गांवों पर उत्पाद विभाग के अधिकारियों की विशेष नजर रहेगी. पटना जिले के सभी चेक पोस्टों पर शराब को लेकर गहन जांच की जायेगी. छोटे व बड़े सभी गाड़ियों की चेकिंग की जायेगी. वहीं, जिन गाड़ियों को लेकर पहले से सूचना होगी, उन्हें वहीं रोक लिया जायेगा. शराब पीना व बेचना बिहार में गैरकानूनी है. सजा का प्रावधान हैं. इसके बावजूद कहीं-कहीं कुछ लोग शराब की सप्लाइ करा रहे हैं. इस पर पूर्ण पाबंदी लगाने और ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने के लिए जिला उत्पाद की टीम अब गांव में भी छापेमारी कर रही है. पकड़े गये लोगों को तुरंत जेल भेजा जा रहा है.