अच्छे और बुरे तालिबान में अंतर नहीं करने की प्रतिबद्धता जताते हुए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने घोषणा की कि आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्तान के पास एक हफ्ते में राष्ट्रीय योजना होगी . पेशावर में तालिबानी आतंकवादियों के हमले में बच्चों सहित 148 लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद उन्होंने यह घोषणा की. बच्चोंक का कत्लक-ए-आम: सपनों का यूं मर जाना... आर्मी पब्लिक स्कूल में हुए नरसंहार के मद्देनजर पेशावर में हुए सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए शरीफ ने कहा, ‘आज की बैठक में निर्णय किया गया कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का मसौदा तैयार किया जाए और इस पर तुरंत काम किया जाए.’ मीडिया को संबोधित करते हुए शरीफ ने हमले की निंदा की और इसे पाकिस्तान के इतिहास में सबसे भीषण हमला करार दिया. उनके साथ नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता खुर्शीद शाह और पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान भी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे. उन्होंने कहा, ‘यह जघन्य हमला बर्बरता की हद है जिसका उदाहरण इतिहास में नहीं मिल सकता.’ उन्होंने कहा, ‘हम घोषणा करते हैं कि ‘अच्छे’ और ‘बुरे’ तालिबान में अंतर नहीं किया जाएगा और अंतिम आतंकवादी का खात्मा किए जाने तक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की प्रतिबद्धता जताते हैं. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई हमारी लड़ाई है और इससे लड़ने के लिए संपूर्ण रोडमैप की जरूरत है.’ नवाज शरीफ ने कहा, ‘हम सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय किया है कि गृह मंत्री चौधरी निसार की अध्यक्षता में सभी संसदीय दल एक कार्ययोजना तैयार करेंगे, जिसे सात दिन के अंदर राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंपा जाएगा.’ सशस्त्र बल, खुफिया और राजनीतिक दल भी समिति का हिस्सा होंगे. उत्तर वजीरिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ जारी सैन्य अभियान के बारे में शरीफ ने कहा, ‘ऑपरेशन जर्ब..ए..अज्ब सफलतापूर्वक जारी है लेकिन आज हमने जो निर्णय किया, उसमें पूरे देश से आतंकवाद को खत्म करना शामिल है.’ आतंकवादी मामलों में मौत की सजा से प्रतिबंध हटाने के बारे में शरीफ ने कहा, ‘हमने प्रस्ताव दिया है कि आतंकवादी मामलों में कानूनी कार्रवाई जल्द होनी चाहिए.’ उन्होंने पूछा, ‘अगर आतंकवादियों को दंडित नहीं किया जाता है तो फिर किसे दंडित किया जाएगा?’पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ की देशव्यापी हड़ताल को स्थगित करने के बारे में पूछने पर शरीफ ने कहा, ‘मैं इमरान खान का शुक्रगुजार हूं कि वह बैठक में शामिल हुए ओर मैंने उन्हें चाय पर बुलाया है.’ उन्होंने कहा, ‘वार्ता से लोकतंत्र में हर मुद्दे का समाधान हो सकता है.' उन्होंने कहा, ‘मैं राष्ट्रीय नेतृत्व का आभारी हूं कि उन्होंने मुझमें विश्वास दिखाया.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आतंकवाद को पराजित करने के लिए हमें एकजुट होना चाहिए. आतंकवाद को परास्त करने और उनके ठिकानों को नष्ट करने के लिए हमारे सशस्त्र बलों ने कई कुर्बानियां दी हैं.’