नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके स्मारक पर नहीं आए. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके स्मारक वीर भूमि पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने को इच्छुक थे. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, लेकिन कार्यक्रम के आयोजक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों से यह अनुरोध करने का निर्णय किया था कि वे सिर्फ राजीव गांधी की जयंती के कार्यकम में हिस्सा लें, उनकी पुण्यतिथि के कार्यक्रम में नहीं. केंद्र में दस साल तक शासन करने वाली कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने के बाद राजीव गांधी की यह पहली पुण्यतिथि है. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वर्ष 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा था कि वह चाहेंगी कि जन्म दिवस के विपरीत पुण्यतिथि को सादे तरीके से मनाया जाए. इसके अलावा इसमें मोदी सरकार का यह निर्णय भी जुड गया है कि महात्मा गांधी को छोड कर अन्य नेताओं की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर होने वाले सभी कार्यक्रम सरकार द्वारा नहीं बल्कि नेताओं के परिवार वालों द्वारा आयोजित किये जायेंगे. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति आमतौर पर राजीव गांधी को उनके जन्म दिन और पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित होते थे. भारत के छठे और युवा प्रधानमंत्री राजीव की 21 मई 1991 को चुनाव प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बुदूर में हत्या कर दी गयी थी. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी.