इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी पब्लिक स्कू ल पर आतंकी हमले में 132 बच्चोंइ और 9 कर्मचारियों की हत्या के एक दिन बाद बुधवार को 26/11 हमलों के गुनहगार हाफिज सईद ने भारत को इसका जिम्मेदार बताया है। नवाज शरीफ से नरेंद्र मोदी की बातचीत पर भड़के सईद ने भारत पर हमले की धमकी दी है। उसने कहा कि हमलों का असल मुजरिम भारत है और वो अब मगरमच्छ के आंसू बहा रहा है। उनसे कहा कि हम इन हमलों की बदला लेंगे। इससे पहले, पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष राहिल शरीफ ने अफगानिस्तान को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मुखिया मुल्ला फजलुल्ला को पकड़ने में मदद करे। पाक सेनाध्यक्ष ने कहा कि ऐसा न होने की स्थिति में पाकिस्तान खुद एक्शन लेने के लिए बाध्य होगा। बता दें कि मुल्ला फजलुल्ला अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों कुनार और नूरिस्तान प्रांत में कहीं छिपा हुआ है।सूत्रों के मुताबिक, राहिल ने अफगान सेना के अधिकारियों से यह भी कहा है कि अगर अफगान सेना फजलुल्ला को गिरफ्तार करके उन्हें नहीं सौंपती तो पाकिस्तान सख्त एक्शन लेने के लिए तैयार है। पाकिस्तान अब अफगानिस्तान पर यह भी दबाव बना रहा है कि दोनों देश मिलकर तालिबान के खिलाफ ज्वांइट ऑपरेशन चलाएं। फिलहाल, अफगानिस्तान की ओर से इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया गया है। पाक आर्मी चीफ पहुंचे अफगानिस्तान राहिल शरीफ बुधवार को अफगानिस्तान पहुंच गए। वो वहां पाक तालिबान के इस वारदात में शामिल होने के पुख्ता सबूत अफगान अधिकारियों के सामने रखेंगे। आर्मी चीफ अफगानिस्तान के सेनाध्यक्ष के अलावा राष्ट्रपति अशरफ घानी से भी मिलेंगे। बता दें कि पाकिस्तान सरकार यह मानती रही है कि पूर्व की हामिद करजई सरकार पाकिस्तान विरोधी तत्वों को बढ़ावा देती रही है। तख्ता पलट का अंदेशा पाकिस्ताान में पहली बार सैन्य अफसरों के बच्चों को इतने बड़े पैमाने पर निशाना बनाया गया है। पाकिस्ताानी चैनलों के मुताबिक, इस घटना के बाद सेना बेहद गुस्से में है। वो आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। सरकार से तत्काल एक्शन लेने को कहा है। देरी होने पर तख्ता पलट भी हो सकता है। सेना प्रमुख राहिल शरीफ ने पेशावर पहुंचकर इसके संकेत दे दिए हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि ऑपरेशन 'ज़र्ब-ए-अज़्ब' जारी रहेगा। यानी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई होती रहेगी। अफगान तालिबान ने बताया गैर इस्लामिक स्कूनली बच्चोंग के नरसंहार को जहां तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तादन ने सेना को दर्द का अहसास कराने के लिए की गई कार्रवाई बताया है, वहीं अफगानिस्तान के तालिबानी धड़े ने हमले को गैर इस्लामिक बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में कहा, "निर्दोष लोगों, महिलाओं और बच्चों की हत्या इस्लाम का अपमान है और पेशावर की घटना के बारे में इस्लामिक धड़ों तथा सरकारों को संज्ञान लेना चाहिए।" बता दें कि तालिबान दो भागों में टूट चुका है। एक भाग अफगानिस्तान तालिबान है तो दूसरा तालिबान पाकिस्तान है। हालांकि, दोनों का मकसद देश की चुनी हुई सरकारों को हटा कर वहां कठोर शरिया हुकूमत स्थापित करना है। आईएसआईएस की तर्ज पर पाक में पहला हमला इस बीच, पाकिस्तान के सिक्युरिटी एंड कॉन्फ्लिक्ट कॉलेज के एमडी अबदुल्लाह खान ने कहा है कि पेशावर के स्कूल पर हुआ हमला तालिबान स्टाइल में नहीं, बल्कि आईएसआईएस की स्टाइल में किया गया। उन्होंने कहा कि इराक और सीरिया में आईएस के आतंकी जिस अंदाज में लोगों को मारते हैं, ठीक उसी तरह हमला किया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में तालिबान या अन्य आतंकी संगठन पहले इस तरह से हमले नहीं करते थे, लेकिन अब यह तय हो गया है कि वे आईएस से या तो ट्रेंड हैं या फिर उसके स्टाइल से प्रभावित होकर इस तरह से हमले कर रहे हैं। एक प्रत्य क्षदर्शी बच्चेे ने भी बताया है कि आतंकी अरबी में बात कर रहे थे। इस वजह से भी हमलावरों के आईएसआईएस आतंकियों से संबंध होने का शक गहरा रहा है। भारत के नौ शहरों में आईबी का अलर्ट जारी पेशावर हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, गोवा, इंदौर, जयपुर और कोलकाता जैसे शहरों को अलर्ट जारी किया है।