आज भारत समेत दुनियाभर में पांचवा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया| अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर करोड़ों देशवासियों ने योग में हिस्सा लिया। मुख्य आयोजन झारखंड की राजधानी रांची में हुआ जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया| पीएम मोदी के साथ करीब 25 हजार लोगों ने योग में हिस्सा लिया।
इस दौरान पीएम मोदी ने 'हृदय के लिए योग' का नारा दिया। माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में 18000 फीट की ऊंचाई पर लद्दाख में आईटीबीपी के जवानों ने योग किया| वहीं आर्मी की डॉग यूनिट के योग ने सबका मन मोह लिया। समुदंर में भी योग दिवस की धूम रही और नौसेना के जवानों ने आईएनएस सुमेधा और पनडुब्बी आईएनएस सिंधुध्वज पर योग किया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि योग अनुशासन है, समर्पण हैं, और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है| योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद से परे है. योग सबका है और सब योग के हैं|
उन्होंने कहा कि मुझे आधुनिक योग की यात्रा शहरों से गांवों की तरफ ले जानी है, गरीब और आदिवासी के घर तक ले जानी है। मुझे योग को गरीब और आदिवासी के जीवन का भी अभिन्न हिस्सा बनाना है। क्योंकि ये गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है।
पीएम मोदी ने कहा, 'आज हमारे योग को दुनिया अपना रही है तो हमें योग से जुड़ी रीसर्च पर भी जोर देना होगा। इसके लिए जरूरी है कि हम योग को किसी दायरे को बांध कर ना रखें। योग को मेडिकल, फिजियोथैरपी, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, इनसे भी जोड़ना होगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने योग के ज्ञान को फोन के सॉफ्टवेयर की तरह अपडेट करें। उन्होंने कहा, 'आज के बदलते हुए समय में इलनेस से बचाव के साथ-साथ वेलनेस पर हमारा फोकस होना जरूरी है| यही शक्ति हमें योग से मिलती है, यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की है| योग सिर्फ तभी नहीं होता जब हम आधा घंटा जमीन या मैट पर होते हैं|
केन्द्रीय मंत्रियों से लेकर प्रदेश स्तरीय नेताओं ने भी योग कर लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने का संदेश दिया| वही उत्तर प्रदेश के बलिया में आमजनों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योगासन कर लोगों को निरोग रहने के लिए नियमित रूप से योग करने का संदेश दिया|