पीएम मोदी ने कहा कि अब तक हमारे देश में बड़ी-बड़ी हस्तियों पर ही डाक टिकट जारी करने की परंपरा रही है| आयुष चिकित्सा के क्षेत्र में अहम योगदान देनेवालों के उपर भी डाक टिकट जारी करने की आज जो शुरुआत हुई है| हिदुस्तान में यही तो बदलाव हुआ है| आज आयुष पद्धति को समृद्ध करने वाली 12 हस्तियों के सम्मान में डाक टिकट भी जारी हुए हैं|
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि हमने पिछले दिनों संसद में नेशनल मेडिकल कमिशन का जो कानून पारित किया है उससे देश में स्वास्थ्य शिक्षा और उससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में बहुत मदद मिलेगी| पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास हज़ारों वर्षों पुराना साहित्य है| वेदों में गंभीर बीमारियों से जुड़े इलाज की चर्चा है| लेकिन दुर्भाग्य से हम अपनी पुरातन रिसर्च को आधुनिकता से जोड़ने में इतने सफल नहीं हो पाए और इसी स्थिति को बीतें 5 वर्षों में हमने लगातार बदलने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि जब हम देश में 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल रहे हैं, तो आयुष को भी हम भूले नहीं हैं| देशभर में 12 हज़ार 500 आयुष सेंटर बनाने का हमारा लक्ष्य है. हमारी कोशिश है कि ऐसे 4 हजार आयुष सेंटर इसी वर्ष हम तैयार कर दें. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद, योग और नेचुरोपैथी, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी के बाद 'सोवा - रिग्पा' आयुष परिवार का छठा सदस्य हो गया है. इस इनिशिएटिव के लिए मैं मंत्री जी और उनके विभाग को बहुत-बहुत बधाई देता हूं|