पटना : बिहार में मस्तिष्क ज्वर को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच असली देशी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने सभी विधायकों से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने के मद में एक माह का वेतन देने की मांग की है| उन्होंने कहा है कि मासूम बच्चों की मौत पर अगर वाकई सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग गंभीर है तो उन्हें अपने विधायकों से तत्काल इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाने का निर्देश निर्गत करना चाहिए| श्री यादव ने कहा कि दो दशक से भी अधिक समय से बिहार में हर वर्ष चमकी बुखार के कारण मासूम बच्चें काल के गाल में समा रहे हैं| लेकिन सिवाय कागजी खानापूर्ति के अब तक इस समस्या का समाधान नहीं निकाला गया| हर वर्ष घड़ियाली आंसू और मौत पर मुआवजे की घोषणा कर सरकार अपने दायित्वों का इतिश्री करती रही है| अब इस दिशा में ठोस पहल करने की आवश्यकता है|
दरअसल, लोकसभा चुनाव में शून्य पर आउट होने के बाद अज्ञातवास से लौटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के पांचवे दिन सदन की कार्यवाही में शामिल हुए| मस्तिष्क ज्वर के सन्दर्भ में नीतीश सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव ने कई सवाल खड़े किये| उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के 14 वर्ष के कथित सुशासन वाले कार्यकाल में बिहार में 47% डॉक्टर, 71% नर्स, 62% लैब टेक्नीशियन और 48% फार्मासिस्ट के पद खाली पड़े हैं| इसके लिए कौन जिम्मेवार है मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए|
ललन यादव ने कहा कि मस्तिष्क ज्वर के मसले पर सत्ताधारी दल और विपक्षी पार्टियां अब तक खुद को संवेदनशील साबित कर सिर्फ और सिर्फ अपनी सियासी रोटियां सेकती रही है| तेजस्वी को नसीहत देते हुए ललन यादव ने कहा कि सवाल उठाने की बजाय उन्हें इस दिशा में पहल कर अपनी ही पार्टी के विधायकों से एक माह का वेतन देने की पहल करनी चाहिए जिससे पीड़ित परिवारों को तत्काल फायदा पहुंचेगा| उन्होंने कहा कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ-साथ मस्तिष्क ज्वर से निपटने के लिए राज्य सरकार को भी ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि मस्तिष्क ज्वर के कहर से हम अपने मासूम बच्चों को बचा सके|