नौकरी की तलाश से जुड़े शोध

रिपोर्ट: साभारः

युवा या अनुभवी कर्मचारियों के लिए नौकरी की तलाश कई तरह के शोध की मांग करती है, जिसके आधार पर उन्हें अपने संभावी एम्प्लॉयर से जुड़ी सूचना तो प्राप्त होती ही है, अपनी सही इमेज प्रस्तुत करने में भी मदद मिलती है। कैसे करें नौकरी से जुड़े शोध, उसकी विधि क्या हो और इस प्रक्रिया में किन बातों का खास ध्यान रखा जाना चाहिए, जानिए यहां। नया वर्ष शुरू हो चुका है और हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी युवा अपनी-अपनी क्षमताओं के अनुसार नौकरी की तलाश में निकलेंगे। ऐसे में कुछ बातों का खास ध्यान रखना पड़ता है। मसलन यदि कंपनियां अपने काम के प्रत्याशियों की तलाश में कुछ खास पक्षों पर ध्यान देती हैं तो प्रत्याशियों की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि वे कंपनी के बारे में जितनी संभव हो, जानकारी हासिल करें। नौकरी की इस तलाश में अनेक ऐसे पक्ष होते हैं, जिनका ध्यान रखना पड़ता है। आप किस आधार पर नौकरी तलाश करेंगे, नौकरी किस स्थान पर मिलने जा रही है, उस संस्थान का इतिहास और कार्यशैली कैसी है, इंडस्ट्री में उस कंपनी का क्या स्थान है जैसे पक्षों के बारे में जानना बेहद जरूरी होता है। कंपनी से जुड़े शोध में समय व्यतीत करने का कार्य पहले की अपेक्षा अब कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो चुका है। गहराई से किए गए शोध कार्य से न केवल इंटरव्यू की तैयारी करने में मदद मिलती है, बल्कि इससे यह भी पता चलता है कि आपका प्रोफाइल उस जॉब से मिलता है या नहीं, जिसके लिए आप इंटरव्यू देने जा रहे हैं। साथ ही कंपनी के बारे में भी ऐसी सूचना पहले से ही प्राप्त हो जाती है, जिसके बारे में बाद में पता चलने पर आपको अफसोस होता। लिहाजा, जॉब सर्च के कई तरीके हो सकते हैं, जिन्हें जान लेना बहुत जरूरी है। विचार-विमर्श आज ऑनलाइन ऐसे कई डिस्कशन बोर्डस मौजूद हैं, जहां विभिन्न कंपनियों के कर्मचारी आकर एक दूसरे के साथ विचार-विमर्श के अलावा एक दूसरे की मदद भी करते हैं। इन डिस्कशन बोर्डस पर आप अपने जॉब प्रोफाइल से मेल खाती सूचना भी प्राप्त कर सकते हैं। अपनी ओर से भी सवाल उठा कर उनके जवाब हासिल किए जा सकते हैं। कई बार वह जवाब उन व्यक्तियों की ओर से आ जाते हैं, जो उसी कंपनी में कार्यरत होते हैं, जहां आप नौकरी के प्रयास कर रहे होते हैं। इस पक्ष से जुड़ा एक तथ्य यह भी है कि केवल इंटरनेट ही आपकी जॉब सर्च का शोध केंद्र नहीं होना चाहिए। लोगों से मिलना और सीधे बातचीत करना हमेशा सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है। उन्हें अपने कौशल के बारे में बताना हमेशा सकारात्मक नतीजे देता है। कैसी सूचना आमतौर पर नौकरी तलाश रहे किसी भी व्यक्ति को दो तरह की सूचनाओं की दरकार होती है। पहली, कंपनी से जुड़ी सामान्य जानकारी। इस तरह की सूचना में कंपनी के प्रोडक्ट्स और सेवाएं, कंपनी का इतिहास और कॉरपोरेट कल्चर, संस्थान के लक्ष्य, महत्वपूर्ण वित्तीय आंकड़े, ढांचागत जानकारी और लोकेशन आदि शामिल होते हैं। दूसरी तरह की जानकारी में रोजगार से जुड़े प्रमुख मुद्दे होते हैं, जिनमें करियर की दशा-दिशा और उसमें आगे बढ़ने के अवसर, प्रमुख प्रतिस्पर्धियों से जुड़ी सूचनाएं और देश-विदेश में कंपनी की शाखाओं की जानकारी होती है। ब्लॉग्स और.. आज के कॉर्पोरेट जगत में ब्लॉग्स का चलन भी बहुत बढ़ गया है। कई कंपनियों ने भी अपने ब्लॉग साइटें शुरू की हैं। इन ब्लॉग्स पर भी प्रत्याशियों को कंपनियों से जुड़ी हालिया जानकारियों के साथ-साथ कर्मचारियों के विचार आदि भी प्राप्त हो सकते हैं। अपनी पसंद की पांच-दस कंपनियों की सूची भी तैयार कर सकते हैं, जहां काम करने में आपको सबसे अधिक रुचि है। इन कंपनियों को अपने फोकस के केंद्र में रखें और उन पर सबसे अधिक काम करें। संभव हो तो इन कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों से मिलने का भी प्रयास करें। इसके बाद ऐसी कंपनियों की भी एक सूची बनाएं जिनमें भी आपको काम करने में रुचि हो। जब आपके पास समय हो इन कंपनियों से जुड़े शोध करें; जानने का प्रयास करें कि इन कंपनियों में जॉब ओपनिंग्स कब होने वाली हैं। अपने शोध से जुड़े दस्तावेजों को सहेज कर रखना भी जरूरी होता है ताकि याद रहे कि किससे आप बात कर चुके हैं और किससे नहीं। एक ही व्यक्ति को भूल से दूसरी बार फोन करने पर शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती है। कर्मचारियों से बात सूचना प्राप्ति की दिशा में कंपनी के मौजूदा कर्मचारियों से बात करने से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता। इसके लिए कुछ प्रयास करें और कर्मचारियों के साथ बात करने का मौका व समय निकालें। बेशक यहां उन व्यक्तियों से सचेत रहने की जरूरत होती है, जो किसी असंतुष्टि के कारण कंपनी की गलत छवि प्रस्तुत करते हैं। वेबसाइट्स आज के दौर में कंपनियों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए उनकी वेबसाइटें एक भरोसेमंद स्रोत होती हैं। वेबसाइटों पर कंपनी की कार्यशैली, माहौल, कार्यावधि, मैनेजमेंट एवं टर्नओवर आदि की जानकारी दी जाती है। कुछ कंपनियों की वेबसाइटों पर विभिन्न जॉब प्रोफाइल्स के अंतर्गत आने वाली जिम्मेदारियों और भूमिकाओं के बारे में भी बताया जाता है। शोध कब और कैसे जॉब खोजने वाले अधिकांश लोगों के लिए उससे जुड़ा शोध करने के लिए तीन समय सबसे अधिक महत्वपूर्ण होते हैं। पहला, जब वह अपने प्रोफेशन और इंडस्ट्री में नौकरी की तलाश में निकला ही हो या फिर किसी क्षेत्र विशेष में नौकरी की तलाश कर रहा हो। दूसरा, जब वह सीधे किसी एम्प्लॉयर के समक्ष नौकरी के लिए अप्लाई कर रहा हो; ऐसे में जरूरी होता है कि खुद को कंपनी के साथ जोड़कर दिखाएं और रिज्यूमे से पहले एक कवर लैटर भी लगाएं। शोध का तीसरा समय वह होता है जब प्रत्याशी को जॉब इंटरव्यू के लिए बुलाया जाए, उस समय उसे कंपनी से जुड़ा अपना ज्ञान प्रदर्शित करना होता है, जिसके लिए तैयारी जरूरी होती है। कंपनी के प्रयास अपनी ओर से कंपनी और इंटरव्यूअर्स से जुड़े शोध करने के बाद यह मत समझिए कि आपका काम समाप्त हुआ। कंपनी भी आपके बारे में अपने स्तर पर शोध में लगी होगी। लिहाजा, जरूरी है कि अपने बारे में जो भी सूचना ऑनलाइन उपलब्ध हो वह सकारात्मक हो ताकि इंटरव्यू के समय उस सूचना के सामने आने पर आपकी छवि सही रोशनी में दिखाई दे। याद रखना चाहिए कि जॉब सर्च में सूचना बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। आप जितनी अधिक सूचना बटोरेंगे, आपके यह प्रयास नौकरी प्राप्ति की दिशा में उतने ही कारगर साबित होंगे। एम्प्लॉयर्स भी ऐसे प्रत्याशियों को पसंद करते हैं जो कंपनी के बारे में ताजातरीन सूचना रखते हैं। इस सूचना के जरिए, कंपनी के बारे में प्रत्याशियों की रुचि एवं उत्साह भी दिखता है। प्रोफेशनल संबंध जिस संस्थान में आपने नौकरी के लिए अप्लाई किया है वहां कार्यरत व्यक्तियों से अपने प्रोफेशनल संबंधों का लाभ भी उठा सकते हैं। यह लाभ कंपनी के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने से जुड़ा होता है। अपनी प्रोफेशनल एसोसिएशन सदस्यता का लाभ उठाकर उस एसोसिएशन की वेबसाइट से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। अपने क्षेत्र के प्रोफेशनल संस्थानों और एल्युमिनाई ऑर्गेनाइजेशंस से संबंधित सूचना के लिए अपने मित्रों व संबंधियों से भी बात की जा सकती है। सूचना प्राप्ति के समय और बाद में हमेशा विनम्रता अपनाए रखें और उन्हें आपको उनका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद देना न भूलें। जरूरी बातें और सूचना के लाभ अक्सर करियर विशेषज्ञों से यह सुनने को मिलता है कि जॉब इंटरव्यू से पहले कंपनी के बारे में जान लें। इस दिशा में कुछ तथ्य हैं जिन्हें जानना बहुत जरूरी है। - कंपनी के मूल्यों को जरूर जानें। क्या वह आपके करियर लक्ष्यों से मेल खाते हैं? आकलन करें कि आपका अनुभव और कार्य पृष्ठभूमि किस तरह से कंपनी के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहयोगी भूमिका निभा सकते हैं। - कंपनी की वेबसाइट पर प्रेस रूम या कंपनी न्यूज पेज को तलाशें और उसकी हालिया उपलब्धियों के बारे में जानें। इसके बाद इस सूचना को अपने नजरिए से परखें। इस दिशा में कुछ प्रश्न भी तैयार करें। इंटरव्यू में जानकारी आधारित बातचीत आपकी सफलता प्राप्ति की दिशा में बड़ा सहयोगी साबित होगी। - यदि कंपनी की वेबसाइट पर सर्च टूल है तो उसके जरिए उन व्यक्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करें जिनसे आपको मिलना है। कंपनी के जाने-माने व्यक्तियों की जानकारी देने वाले पेज भी आपको मिल सकते हैं। इसके लिए सोशल मीडिया की भी मदद लें। ऐसा करने पर आपको कंपनी की गतिविधियों में उनकी भूमिका से जुड़े विभिन्न पक्ष मिल जाएंगे जिन्हें आप बातचीत के दौरान उठा सकते हैं। - बड़े कॉर्पोरेशंस के बारे में राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं के मत जानना जरूरी होता है, वहीं छोटी व स्थानीय कंपनियों के बारे में और छोटे व मझोले पत्र-पत्रिकाओं के विचार जाने जा सकते हैं। कार्यक्षेत्र के वित्तीय हालात पर ऑनलाइन विमर्श कर सकते हैं।


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