छठव्रतियों के बीच पूजन सामग्री का हुआ वितरण, जलाशयों में लगी आस्था की डूबकी

रिपोर्ट: Ramesh Pandey

लोकास्था का महापर्व छठ पूजा के सुअवसर पर पटना मारवाड़ी महिला समिति द्वारा राजेन्द्र नगर स्थित आर्य कुमार रोड में छठव्रतियों के बीच नहाए खाए के दिन पूजन सामग्री का वितरण किया गया।  गौरतलब है कि साक्षात भगवान भास्कर की आराधना का चार दिवसीय अनुष्ठान छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय के साथ ही आज प्रारंभ हो गया| राजधानी पटना समेत पूरे बिहार और देश के अलग-अलग हिस्सों में छठव्रतियों ने नदियों-तालाबों एवं जलाशयों में अपने परिजनों के साथ आस्था की डुबकी लगायी| चार दिवसीय इस अनुष्ठान के पहले दिन अरवा चावल, चने की दाल और लौकी (कद्दू) की सब्जी को प्रसाद के रूप में ग्रहण करने की परम्परा है|

समिति की अध्यक्ष नीना मोटानी ने बताया कि चार दिनों तक चलनेवाले लोक आस्था के इस त्योहार में समाज के हर तबके की श्रद्धा और आस्था है, वह चाहे आमिर हो या गरीब| उन्होंने कहा कि यही एक ऐसा अनुष्ठान है जिसमें समाज के हर वर्ग के लोग एक साथ समान रूप से जलाशय किनारे बैठकर भगवान भास्कर की अराधना करते हैं| इस महापर्व की खासियत यह है कि भगवान और भक्त दोनों आमने-सामने होते हैं| अतः हम समाज के वैसे लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और छठ महापर्व का अनुष्ठान कर रहे हैं उनकी एक छोटी सी मदद सूप और पूजन-हवन सामग्री देकर करने की कोशिश की है। इस वर्ष कुल 221 सूपों का वितरण सभी के सहयोग से किया गया। सूप में ... साड़ी नारियल अरधौता गागल नींबू बद्धि आदि हल्दी सिन्दूर होमाद कपूर माचिस अगरबत्ती इत्यादि पूजन सामग्री जरूरतमंदों को दिया गया|

सचिव सुमिता छावछरिया एवं कोषाध्यक्ष उषा टिबड़ेवाल ने बताया कि गंगा स्नान कर लौटते हुए छठव्रतियों को सूप बांटा गया ताकि सही छठव्रती को सूप मिल सके। सूप पाने पर सभी के चेहरे पर एक संतोष और ख़ुशी दिख रही थी।

उल्लेखनीय है कि कार्तिक महीने में मनाये जाने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ का हिंदू धर्म में एक विशेष और अलग स्थान है. भगवान भास्कर के इस अनुष्ठान में शुद्धता व पवित्रता का विशेष महत्व है| प्रकृति के अवयवो में से एक जल स्रोतों के निकट छठ पूजा का आयोजन होता है जहाँ छठव्रती पानी में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य  देते है| यह एक ऐसा अनुष्ठान है जिसमे डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है  एवं उनकी अराधना की जाती है| चार दिवसीय इस अनुष्ठान के तीसरे दिन छठव्रती पहले डूबते सूर्य की अराधना करते हैं| उसके बाद अगले दिन प्रातः उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस महापर्व का समापन होता है|

नई पहल की खूंटी के संरक्षक डॉ श्रवण कुमार ने बताया कि खूंटी की ओर से 51 सूपों का वितरण भी साथ में किया गया। रोटरी चाणक्या से डॉ मनोज कुमार, आशीष बंका,  अंजनी बंका आदि सम्मिलित हुए ।

इस वितरण समारोह में दया अग्रवाल, इंदु रुंगटा, केसरी अग्रवाल, कृष्णा अग्रवाल, सरिता मोदी,  रेणु  वाशरनेव, किरण केडिया, सुषमा दारूका, सुलोचना अग्रवाल, रामलाल खेतान, गणेश खेतरीवाल, प्रदीप अग्रवाल, सत्यनारायण अग्रवाल, दिलीप रुंगटा, पुरुषोत्तम टिबड़ेवाल इत्यादि लोगों ने अपनी अहम भूमिका निभायी|

 

 

 


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