बॉलीवुड में अपने संजीदा अभिनय के लिये मशहूर नवाजुद्दीन सिद्दिकी का कहना है कि उनकी 18 साल की मेहनत अब रंग लायी है। नवाजुद्दीन सिद्दिकी को हाल ही में सिनेमा में उनके योगदान के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यश भारती पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। यह पुरस्कार नवाजुद्दीन के दिल में एक खास जगह रखता है। नवाजुद्दीन ने कहा कि पुरस्कार प्रोत्साहित करते हैं। क्योंकि मैं उत्तर प्रदेश से हूं इसलिए इस पुरस्कार के साथ एक भावनात्मक जुड़ाव है। मुझे हमेश से इसकी चाह थी। खासतौर पर तब से जब मैं थिएटर के दिनों में अपने वरिष्ठ कलाकारों को यह जीतते हुए देखता था। मेरी 18 सालों की मेहनत रंग लाई है। नवाजुद्दीन ने कहा कि जब मैंने नाटक में अभिनय शुरू किया था तब मैं 25 साल का था। मैं 15 साल पहले मुंबई आया। शुरुआत के 10 सालों में मुझे शायद ही कोई काम मिला हो। 40 सैकंड का रोल करके मैंने लंबा सफर तय किया। चीजें मेरे सामने देर से आईं लेकिन मैं खुश हूं कि अब मेरी प्रशंसा हो रही है। नवाजुद्दीन ने कहा कि इस तरह के पुरस्कारों से दर्शक उनसे ज्यादा उम्मीदें लगाते हैं। उन्होंने कहा कि आजकल मेरी ज्यादातर फिल्मों को आलोचकों से सराहना मिल रही है और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में दिखाया जा रहा है। यह बात आपको ज्यादा सतर्क बनाता है और जिम्मेदारियां बढ़ती हैं। मैं एक अभिनेता हूं मैं गलतियां करता रहा हूं लेकिन अब मैं अपनी फिल्मों को बहुत सावधानी से चुन रहा हूं।