पटना: उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सुशील मोदी ने विपक्षी विधायकों के हंगामे के बीच वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट बिहार विधानसभा में पेश किया। नारेबाजी और हो हंगामा कर रहे विधायक सुशील मोदी से माफी मांगने की मांग पर अड़े थे। नारेबाजी और हो हंगामे के बाद भी सुशील मोदी बिना रुके लगातार बजट भाषण पढ़ते गए| वित्तमंत्री ने अपने बजट भाषण में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, न्याय के साथ विकास के आधार पर किये गये कार्यो के साथ ही समाजिक न्याय की दिशा में किये गये प्रयासों को भी सदन के समक्ष रखा|
गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 1 लाख 76 हजार 990 करोड़ रुपए का बजट बिहार विधान सभा में पेश किया गया, जिसमे कर राजस्व संग्रह 23 हजार करोड़ रुपए, निबंधन शुल्क में बढ़ोत्तरी, हरित क्षेत्र का दायरा 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने, बिहार के विभिन्न हिस्सों में नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाने, ग्रामीण विकास विभाग का बजट 10 हजार 500 करोड़ रुपए, 1500 किलोमीटर सड़क का निर्माण किये जाने, सड़क पर 17 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाने जैसी अन्य कई महत्वपूर्ण बातों की जिक्र सुशील मोदी ने बजट भाषण में की है| जयप्रकाश नारायण के गाँव सिताब दियारा की रक्षा पर 75 करोड़ रुपए खर्च करने, मंदिरों की बौन्ड्री बनाने में 30 करोड़ रुपए खर्च, राजगीर में जू सफारी के निर्माण पर 60 करोड़ रुपए खर्च करने का जिक्र अपने इस बार के बजट भाषण सुशील मोदी ने की है|