हर गरीब मजदूर का 10 लाख रूपये तक का नि:शुल्क बीमा कराए सरकार : ललन यादव

रिपोर्ट: शिलनिधि

पटना : असली देशी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने हर गरीब मजदूर व्यक्ति की फ्री में 10 लाख रूपये का बीमा कराने की सरकार से मांग की है| उन्होंने कहा कि व्यापारियों एवं पूंजीपतियों को हरसंभव मदद पहुंचानेवाली सरकार हमेशा से गरीब-मजदूरों की अनदेखी कर सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक के रूप में उनका इस्तेमाल करती रही है| सवालिया लहजे में श्री यादव ने कहा कि गरीब-मजदूरों की उपेक्षा कर जीएसटी के तहत पंजीकृत व्यापारियों को 10 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार काम कर रही है| बिहार की गरीब जनता के साथ यह घोर अन्याय और मजाक है|

ललन यादव ने कहा कि विकास की मुख्य धारा से वंचित हाशिये पर खड़े लोगों को शुरू से ही सिर्फ वोट बैंक के रूप में देखा जाता रहा है| चुनाव के वक्त तमाम पार्टियों के नेता उन्हें विकास की मुख्य धारा में लाने के वादे तो करते रहे, लेकिन आजादी के सात दशक से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी ऐसा नहीं हुआ| उन्होंने कहा कि बिहार की गरीब जनता को गुमराह कर जहाँ 15 वर्षों तक लालू-राबड़ी ने राज किया वही अब सुशासन के नाम पर बिहार के लोगों को धोखा दिया जा रहा है| देर से ही सही बिहार के लोगों ने इस बात को भलीभांति समझ भी लिया है जिसकी बानगी अभी विधानसभा के उपचुनाव में भी देखने को मिली है| इसलिए गुमराह करने की बजाय, सरकार जनता को अधिक से अधिक सहूलियत प्रदान करे और जो लोग अब भी विकास की रौशनी से वंचित हैं, उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में सार्थक पहल करे| इसके लिए सबसे पहले आवश्यक है कि लोगों को कम से कम 10 लाख रूपये की फ्री में बीमा सुनिश्चित की जाय|

राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि भिखारी, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू नौकर, रेहड़ी-पटरी दुकानदार, मोची, फेरी वाले, फूटपाथ पर जीवनयापन करनेवाले, कंस्ट्रक्शन साईट पर लगे मजदूर, प्लंबर, राजमिस्त्री, पेंटर, वेल्डर, सिक्योरिटी गार्ड, कुली, स्वीपर, सफाई कर्मी, हेंडीक्राफ्ट का काम करने वाले लोग, टेलर, ड्राईवर, रिक्शा चालक, दुकान पर काम करने वाले, दिव्यांग, भूमिहीन, दिहाड़ी मजदूर के अलावा, बेघर/ निराश्रित, आदिवासी और क़ानूनी रूप से मुक्त बंधुआ आदि लोगों का 10 लाख रूपये का बीमा कराना अनिवार्य है| सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास और न्याय के साथ विकास जैसे तरह-तरह का नारा गढ़नेवाली सरकारों के मुखिया अगर वाकई गरीबों की हिमायती है तो इस दिशा में तत्काल सार्थक प्रयास करें| उन्होंने कहा कि किसान, आम आवाम और गरीब-मजदूरों को न्याय और अधिकार दिलाने के लिए ही असली देशी पार्टी का गठन हुआ है| इसलिए, सरकार अगर गरीब तबके के लोगों का 10 लाख रूपये की नि:शुल्क बीमा कराने की दिशा में कोई पहल नहीं करती है तो असली देशी पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन कर उन्हें न्याय दिलाने का काम करेंगे|


Create Account



Log In Your Account