जयललिता के पास थी 114 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी, कौन होगा वारिस?

रिपोर्ट: ramesh pandey

नई दिल्ली. जयललिता के निधन के बाद उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाए जाने को लेकर जिस तरह अटकलें हैं, उसी तरह बड़ा सवाल यह भी है कि उनकी 114 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी का वारिस कौन होगा। जयललिता 6 बार सीएम रहीं। वह अक्सर अपनी लाइफस्टाइल के चलते विवादों में रहीं। कहा जाता था कि उनके पास 10 हजार से ज्यादा साड़ियां और तकरीबन 750 जोड़ी चप्पलें थीं। वहीं, अप्रैल 2015 में AIADMK चीफ ने खुद अपनी 114 करोड़ रुपए की संपत्ति का एलान किया था। यह पता नहीं चल पाया है कि क्या जयललिता ने वसीयत लिखी थी? - राधाकृष्णन नगर असेंबली सीट से चुनाव लड़ने के लिए दाखिल हलफनामे के मुताबिक, जयललिता के पास 41.63 करोड़ की मूवेबल और 72 करोड़ रुपए इम्मूवेबल प्रॉपर्टी थी। - उन्होंने तब 41 हजार रुपए कैश इन हैंड, 2.04 करोड़ रुपए की लायबिलिटी और अपना प्रोफेशन एग्रीकल्चर बताया था। - हलफनामे में उन्होंने कहा था कि उनके पास 21,280 ग्राम की गोल्ड ज्वेलरी है। इसकी वैल्यू उन्होंने इसलिए नहीं बताई थी क्योंकि यह ज्वेलरी बेहिसाबी संपत्ति के मामले में कर्नाटक सरकार की ट्रेजरी में जमा थी। उस वक्त उस पर एक केस सुप्रीम कोर्ट में भी पेंडिंग था। - जयललिता ने खुलासा किया था कि उनके पास 3.12 करोड़ रुपए के 1250 किलोग्राम चांदी का सामान है। पांच कंपनियों में थीं पार्टनर - जयललिता पांच कंपनियों में पार्टनर थीं। इस पार्टनरशिप की वर्थ 27.44 करोड़ रुपए थी। - ये कंपनियां हैं- श्री जया पब्लिकेशंस, शशि एंटरप्राइज, कोडानाद एस्टेट, रॉयल वैलरी फ्लोरिटेक एक्सपोर्ट्स और ग्रीन टी एस्टेट। - हलफनामे में उन्होंने बताया था कि कंपनियों में उनके शेयर्स और कई तरह के डिपॉजिट्स पुलिस ने जब्त कर लिए थे और यह केस बेंगलुरु की कोर्ट में पेंडिंग था। - जयललिता ने एनएसएस, पोस्टल सेविंग्स, इंश्योरेन्स पॉलिसी में कोई इन्वेस्टमेंट नहीं किया था। - उनके पास कोई पर्सनल लोन नहीं था। 24 हजार स्क्वेयर फीट का बंगला - जयललिता ने बताया था कि वेदा नीलयम में 24 हजार स्क्वेयर फीट में फैला उनका घर है। इसका बिल्टअप एरिया 21,662 स्क्वेयर फीट है। इसकी 2015 में कीमत 44 करोड़ रुपए की थी। उन्होंने 1967 में यह प्रॉपर्टी 1.32 लाख रुपए में खरीदी थी। - तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के जीडीमेटला गांव में उनके पास 14.50 एकड़ खेती की जमीन थी। यह जमीन उन्होंने 1968 में खरीदी थी। - ऐसी ही 3.43 एकड़ जमीन तमिलनाडु के कांचीपुरम में चेय्यूर गांव में भी थी जो उन्होंने अपनी मां के साथ 1981 में खरीदी थी। - जयललिता के नाम चेन्नई-हैदराबाद में एक-एक इमारतों समेत कुल 4 बिल्डिंग्स थीं। प्राडो एसयूवी - जयललिता के पास दो Toyota Prado SUVs थीं जिसकी कीमत 40 लाख रुपए थी। - उनके नाम एक टेम्पो ट्रेवलर, एक महिंद्रा जीप, एक एंबेसेडर, एक महिंद्रा बोलेरो, एक स्वराज माजदा मैक्सी और 1990 की कंटेसा थी। इन सभी की कीमत 42 लाख रुपए थी। कौन होगा इस संपत्ति का वारिस? 1. शशिकला - एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) की करीबी आईएएस वीएस चंद्रलेखा के पीआरओ एम नटराजन की पत्नी शशिकला 80 के दशक में जयललिता के संपर्क में आईं और उनकी सबसे करीबी बन गईं। - यहां तक कि पन्नीरसेल्वम अगर जया के अदालती मामलों में फंसने के चलते पहले दो बार सीएम बने तो शशिकला की मंजूरी के बाद ही बने। - जयललिता की संपत्ति शशिकला संभाल सकती हैं। 2. वीएन सुधाकरण - शशिकला के प्रभाव के चलते ही जयललिता ने वीएन सुधाकरन को अपना दत्तक पुत्र बनाया। वे ही जया टीवी संभालते हैं। - 1995 में वीएन सुधाकरण की शादी पूरी दुनिया में चर्चित हुई। इस पर 100 करोड़ रुपए जो खर्च हुए थे। - 1996 के आम चुनाव में इसी वजह से जयललिता की पार्टी राज्य की सभी 39 सीटें हार गई। ऐसे थे आरोप - 1996 में तत्कालीन जनता पार्टी के नेता और अब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मुकदमा दायर कर आरोप लगाया था कि जयललिता ने 1991 से 1996 तक सीएम पद पर रहते हुए 66.44 करोड़ रुपए की बेहिसाब संपत्ति इकट्ठा की थी। - जब मामला बेंगलुरू की स्पेशल कोर्ट में पहुंचा तो प्रॉसिक्यूशन ने जयललिता की संपत्ति का ब्योरा दिया। कहा- जयललिता, शशिकला और बाकी दो आरोपियों ने 32 कंपनियां बनाईं जिनका कोई कारोबार नहीं था। ये कंपनियां सिर्फ काली कमाई से संपत्तियां खरीदती थीं। - इन कंपनियों के जरिए नीलगिरी में 1000 एकड़ और तिरुनेलवेली में 1000 एकड़ की जमीन खरीदी गई। जयललिता के पास 30 किलोग्राम साेना, 12 हजार साड़ी थीं। - उन्होंने दत्तक बेटे वी.एन. सुधाकरण की शादी पर 6.45 करोड़ रुपए खर्च किए। अपने आवास पर एडिशनल कंस्ट्रक्शन पर 28 करोड़ रुपए लगाए। - जब मामला हाईकोर्ट में पहुंचा तो जयललिता के वकील बी. कुमार ने बताया कि सुधाकरण की शादी पर 29 लाख रुपए ही जयललिता ने खर्च किए थे। एडिशनल कंस्ट्रक्शन पर 13 करोड़ रुपए नहीं, सिर्फ 3 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। - इस मामले में वे कर्नाटक हाईकोर्ट से बरी हो गई थीं। नौकर ने किया था दावा- नोटो से भरे बैग रोज बैंक में जमा कराने जाता था - आय से ज्यादा संपत्ति के मामले में जयललिता और शशिकला को जेल पहुंचाने में उसके एक नौकर की गवाही ने अहम भूमिका निभाई थी। - ये था जयललिता के चेन्नई स्थित आवास पर काम करने वाला जयरामन। - उसने कोर्ट में गवाही दी थी कि शशिकला के कहने पर वह रोज पूर्व मुख्यमंत्री के घर से नोटों से भरे बैग बैंक ले जाता था, जहां जयललिता और शशिकला की फर्मों के अकाउंट थे। - बैंक में पैसे जमा कराने वाला जयराम का दूसरा साथी राम विजयन कोर्ट में बिना गवाही दिए ही मर गया। इसी आधार पर वकीलों को यह साबित करने में बहुत मदद मिली कि जयललिता ने भ्रष्टाचार के जरिए पैसा कमाया।


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