6 साल तक टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तानी करने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने अचानक संन्यास की घोषणा कर दी। वैसे भी ऑस्ट्रेलियाई दौरे के बाद उनकी कप्तानी छिनी जाने की चर्चाएं काफी गर्म थी। इसी बीच सभी को चौंका कर धोनी ने ऐसा कदम उठाया जिसकी कोई उम्मीद भी नहीं कर रहा था। कई पूर्व क्रिकेटरों ने धोनी के इस फैसले को आड़े हाथो भी लिया। मोनिंदर अमरनाथ का कहना है कि जिस वक्त धोनी की टेस्ट मैचों में काबलियत पर अंगुली उठाई जा रही थी। उन्हें अपने को साबित करना था। लेकिन उल्टाम उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से किनारा कर दिया। हालांकि धोनी का इस बारे में कहना है कि वे वनडे और टी-20 में ज्यादा ध्यान लगाना चाहते हैं। इन सब के हटकर अब नई टीम इंडिया में विकेटकीपर के रुप में धोनी का विकल्प ढूंढा जा रहा है। धोनी जैसी बिजली सी फूर्ती वाले विकेटकीपर की टीम इंडिया को जरुरत है। महेंद्र सिंह धोनी के बाद टीम इंडिया को उनकी तरह की बिजली सी फूर्ती वाला विकेटकीपर चाहिए। धोनी भले ही किसी मैच में बल्लेबाजी में फ्लॉप हुए हो लेकिन विकेट के पीछे उनका कोई मुकाबला नहीं। विकेटकीपर के तौर पर उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज खत्म होने से एक मैच पहले ही धोनी ने संन्यास लिया। इसलिए आखिरी मैच में टीम इंडिया के पास एक ही विकल्प है। वह हैं रिद्धिमान साहा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज मैच में साहा ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए टीम में अपनी अहमियत पहले ही बता दी है। इसलिए टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर के तौर पर वे चयनकर्ताओं की पहली पसंद हो सकते हैं। 6 जनवरी से शुरू हो रहे सिडनी टेस्ट में वे सीरीज में दूसरी बार केटकीपर की भूमिका में मैदान पर उतरेंगे। उनके अलावा नमन ओझा, दिनेश कार्तिक और रोबिन उथप्पा के लिए भी चयन के दरवाजे खुले हैं।