युवी की जगह चोटिल जडेजा को तरजीह

रिपोर्ट: साभारः

नई दिल्ली। आइसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2015 के लिए आज टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया। ये टीम खिताब बचा पाएगी या नहीं, ये तो टूर्नामेंट शुरू होने के बाद ही पता चल सकेगा लेकिन फिलहाल इस टीम को लेकर कुछ मुद्दों पर चर्चा जरूर होगी। क्या हैं ये बातें, आइए जानते हैं। - 15 में से 11 पहली बारः चयनकर्ताओं ने विश्व कप के लिए जिस 15 सदस्यीय टीम इंडिया का ऐलान किया है उसमें 11 खिलाड़ी पहली बार इस महाआयोजन का दबाव झेलने उतरेंगे। यानी साफ है कि अनुभव के मामले में पिछली बार के मुकाबले ये टीम कहीं नहीं टिकती। ये हैं टीम के वो 11 खिलाड़ी जिन्होंने आज तक विश्व कप नहीं खेला है- अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, रोहित शर्मा, स्टुअर्ट बिन्नी, रवींद्र जडेजा, अंबाती रायुडू, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और इशांत शर्मा। - यहां भी चेन्नई सुपरकिंग्स का दबदबा?: बेशक आइसीसी अध्यक्ष एन.श्रीनिवासन की आइपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स इन दिनों विवादों से घिरी हुई है लेकिन फिर भी इस टीम का दबदबा कायम है। जब विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा हुई तो इसमें चार खिलाड़ी ही ऐसे थे जो पिछली बार की विश्व कप टीम का हिस्सा थे और इन चारों में से तीन तो चेन्नई की टीम से ही थे। विराट कोहली को छोड़ दें तो कप्तान महेंद्र सिंह धौनी, सुरेश रैना और रविचंद्रन अश्विन वो सुपरकिंग्स हैं जो पिछली बार की तरह इस बार भी विश्व कप खेलने उतरेंगे। वहीं, चयनकर्ताओं ने किसी अन्य खिलाड़ी को मौका देने के बजाय चोटिल खिलाड़ी रवींद्र जडेजा को ही टीम शामिल करना बेहतर समझा। यानी चेन्नई सुपरकिंग्स का चौथा खिलाड़ी वो भी तब जब एक ऑलराउंडर के रूप में जडेजा का हाल का फॉर्म कुछ खास भी नहीं रहा है। - बिन्नी का चयन या पिता का दबाव?: स्टुअर्ट बिन्नी के चयन पर सवाल उठना तय है। बिन्नी ने अब तक 6 वनडे मैच खेले हैं और महज 40 रन बनाए हैं। जबकि इतने ही मैचों में गेंदबाजी करते हुए वो सिर्फ एक ही मैच में जलवा बिखेरने में सफल रहे। वो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (6 विकेट) भी उन्होंने बांग्लादेश टीम के खिलाफ किया था। ऐसे में जब कई दिग्गज खिलाड़ी टीम से बाहर अपने मौके का इंतजार कर रहे थे तो बिन्नी ही क्यों? सवाल इसलिए भी उठना तय है क्योंकि बीसीसीआइ के सेलेक्शन पेनल में एक चेहरा स्टुअर्ट के पिता रोजर बिन्नी का भी है। - धवन को तरजीह, विजय को नजरअंदाजः शिखर धवन विदेशी पिचों पर लगातार फ्लॉप होते दिखाई दे रहे हैं और ऐसे में जब सलामी बल्लेबाज के तौर पर एक टिकाऊ बल्लेबाज की जरूरत है तो मुरली विजय को मौका क्यों नहीं दिया गया। विजय मौजूदा टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर लगातार रनों की बारिश कर रहे हैं, वहीं धवन को लगातार इन पिचों पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा आए दिन धवन फिटनेस से भी जूझते नजर आ रहे हैं। ऐसे में क्या मुरली विजय को शामिल करना एक गलत फैसला होता जो कि टी20 और टेस्ट में अपनी धुआंधार बल्लेबाजी से खुद को साबित कर चुके हैं। यहां तक कि विजय को ट्राई सीरीज की टीम में भी जगह नहीं दी गई है। - पांच गेंदबाज और पांचों की हो रही है धुनाईः मौजूदा टेस्ट सीरीज में जो पांच प्रमुख गेंदबाज खेलते नजर आ रहे हैं, उन्हीं पांचों को विश्व कप के लिए भी चुना गया है (वरुण एरोन को छोड़कर)। इन पांचों में जहां भुवनेश्वर लगातार अपनी फिटनेस से जूझ रहे हैं और तीनों टेस्ट मैचों से बाहर भी रहे। वहीं, दूसरी ओर अश्विन, मोहम्मद शामी, उमेश यादव और इशांत शर्मा की अब तक ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर जमकर धुनाई हुई है। चयन से ठीक पहले इशांत शर्मा चोटिल भी हो गए हैं और डॉक्टरों ने उनको फिलहाल मैदान पर उतरने से मना किया है।


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