जोहांसबर्ग : महात्मा गांधी की एक प्रतिमा को लोगों के एक समूह ने यहां विरुपित कर दिया है. इन लोगों ने जातिवादी ताने देते हुए गांधी को प्रतिमा पर बाल्टियों में भरकर सफेद पेंट फेंका. सुरक्षा गार्ड नतांदजो ख्वेपे ने कहा कि यह घटना कल हुई जब दोपहर के समय लोगों का एक समूह कार में यहां पहुंचा और प्रतिमा और पास में लगी पट्टिका पर सफेद पेंट फेंका. उस पट्टिका पर दक्षिण अफ्रीका में गांधी के इतिहास का विवरण था. उनके हाथों में तख्तियां थीं जिस पर लिखा था नस्लवादी गांधी को हटाया जाए. शहर के केंद्र में स्थित इस प्रतिमा के बारे में माना जाता है कि यह दुनिया की एकमात्र प्रतिमा है जिसमें गांधी को वकील के तौर पर दिखाया गया है और वह अदालत में पहना जाने वाला चोगा धारण किए हुए हैं. प्रतिमा सार्वजनिक परिवहन केंद्र चौराहे पर है, जिसका नाम गांधी चौक रखा गया क्योंकि शहर में अपने प्रवास के दौरान जिस दफ्तर में वह वकालत करते थे वह इसी चौराहे के पास है. ख्वेपे ने कहा, ‘‘उन्होंने कहा कि हमें उन्हें नहीं रोकना चाहिए क्योंकि गांधी नस्ली व्यक्ति थे. ’’ समूह के सदस्य अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस :एएनसी: का चिह्न लगाए हुए थे. ख्वेपे ने बताया कि जब समूह ने भागने की कोशिश की तो एक व्यक्ति को पकड लिया गया लेकिन वह इससे बेपरवाह था. उसने दावा किया कि उसके राजनैतिक आका उसे शीघ्र छुडा लेंगे. पुलिस प्रवक्ता के माखुबेला ने कहा कि उनपर दुर्भावनापूर्ण तरीके से संपत्ति को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया जाएगा. यह घटना उसी दिन हुई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया. एएनसी प्रवक्ता कीथ खोजा ने घटना की निंदा की और इसमें सत्तारुढ पार्टी की संलिप्तता से इंकार किया. उन्होंने कहा कि वो लोग पार्टी को बदनाम करने के लिए एएनसी सदस्य की तरह खुद को पेश कर रहे होंगे.