मुख्यमंत्री ने 352 वें प्रकाश पर्व की तैयारियों का लिया जायजा, कंगन घाट टेंट सिटी का भी किया निरीक्षण

रिपोर्ट: Ramesh Pandey

पटना :  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 352 वें प्रकाश पर्व की तैयारियों के जायजा के क्रम में कंगन घाट स्थित टेंट सिटी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने भूमि को समतल एवं स्थिर करने को कहा ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो। साफ-सफाई, शौचालय, एंबुलेंस की व्यवस्था, वेंटिलेशन का प्रबंध, मच्छरों से बचाव के लिए नेट का प्रयोग तथारौशनी की समुचित व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया। टेंट में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बेड की उचित व्यवस्था के साथ लंगर में खान-पानकी व्यवस्था स्तरीय हो।

कंगनघाट टेंट सिटी निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री ने तख्त श्री हर मंदिर जी साहिब गुरुद्वारा के गेस्ट हाउस का भी निरीक्षण किया।गेस्ट हाउस की तरफ आने वाले रास्ते को भी ठीक करने का निर्देश दिया। बगल के तालाब का घेराबंदी ठीक ढंग से ताकि देखने में लगे और अगल-बगल के रास्तों से आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। निरीक्षण के बाद तख्त श्री हर मंदिर साहब जी गुरुद्वारा में जाकर मत्था टेका। इस मौके पर प्रबंधन कमिटी द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत सरोपा सौंप कर किया गया। मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा परिसर का भी निरीक्षण किया।

इस दौरान पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार, पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार, मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव रवि मनु भाई परमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पर्यटन विभाग की निदेशक इनायत खान, पटना नगर निगम आयुक्त अनुपम कुमार सुमन, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी, सारण के जिलाधिकारी, पटना की वरीय पुलिस अधीक्षक, सारण के पुलिस अधीक्षक सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

पत्रकारों के पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज की यह जन्मभूमि है यह हम सभी के लिए बहुत ही गौरव की बात है। जब 350 वां प्रकाश पर्व का आयोजन हुआ था तब राज्य सरकार और पटना साहिब सहित पूरे बिहार के लोगों ने श्रद्धालुओं को हर तरह से सहायता किया। उन्होंने कहा कि 350 वें प्रकाश पर्व में लाखों की संख्या में पूरे देश ही नहीं बल्कि देश के बाहर से सिख समाज के लोग यहां पधारे थे। उसके बाद वर्ष 2017 में 351 वें प्रकाश पर्व को शुकराना समारोह के रूप में मनाया गया और इस समारोह का 2017 के दिसंबर मेंही समापनहुआ था। यहां आए हुए सभी श्रद्धालुओं का राज्यवासियों ने तहे दिल से स्वागत किया था।

उन्होंने कहा कि इस साल 352 वां प्रकाश पर्व है और इसमें भी जिस प्रकार से यहां गुरुद्वारा में श्रद्धालुओं के आने की संख्या बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में हम सभी का यह दायित्व है कि सरकार, प्रशासन के साथ ही सभी लोग साथ मिलकर सहयोग करें।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 350 वे प्रकाश पर्व के बाद यहां आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है।हलांकि उतनी संख्या नहीं हो सकती है जितना 350 वें प्रकाश पर्व में थीबावजूद इसके आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। इसलिए हमलोगों ने सरकार की तरफ से टेंट सिटी का निर्माण कराया है। पूर्व में हमलोगों ने यहां और बाईपास के बगल में सड़क किनारे टेंट सिटी बनवाया था लेकिन इस बार उसकी आवश्यकता नहीं है। फिर भी श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए 5000 क्षमता वाले टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है। लंगर की भी पर्याप्त व्यवस्था की गयी है। इसके अलावे चिकित्सा आदि का भी पुख्ता प्रबंध किया गया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 350 वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा था तो उसी समय हमलोगों ने यह निर्णय लिया था कि कंगन घाट के पास पर्यटन विभाग का जो केंद्र बना है, इस बार उसको भी गुरुद्वारा के हवाले किया जाएगा ताकि उसका भी उपयोग हो सके। इसके बाद उस केंद्र पर पर्यटन से संबंधित जो बातें होगी उसकी प्रदर्शनी लगेगी जिसका अवलोकन करके लोग पर्यटकीय स्थलों के प्रति जागरुक होंगे।आगे उन्होंने कहा कि जितने भी श्रद्धालु यहां आयेंगे उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो इसके लिए गुरुद्वारा और कई स्कूलों में भी व्यवस्था की गयी है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और साफ़-सफाई सहित हर सहूलियत को ध्यान में रखते हुए पुख्ता प्रबंध किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 350 वें प्रकाश पर्व के दौरान आने-जाने का रास्ता, जर्जर तार सहित सभी चीजों को राज्य सरकार द्वारा ठीक कराया गया था। हमलोग हर समय इस बात को लेकर एलर्ट रहते हैं कि अब बड़ी संख्या में श्रद्दालु यहां आनेवाले हैं उन्हें किसी तरह की तकलीफ नहीं हो साथ ही उन्हें यहां आकर आनंद महसूस हो।  मुख्यमंत्री पत्रकारों से ये भी कहा कि आगे भी इसी प्रकार से सिख श्रद्धालुओं को राज्य सरकार सहयोग करती रहेगी। उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी महाराज का भी 550 वां वार्षिकोत्सव होनेवाला है। हमलोगों ने तो उनके उस उत्सव के अवसर पर सरकारी तौर पर सार्वजनिक छुट्टी का भी निर्णय ले लिया है। राजगीर में गुरुनानक देव जी महाराज आये थे और वहां रुके भी थे। आगे उन्होंने कहा कि राजगीर में सभी कुंड का पानी गर्म है लेकिन जहां गुरुनानक देव जी रुके थे उस कुंड का पानी शीतल है, इसलिए उस कुंड को भी ठीक कराया गया है। इसके अलावे वहां पर 11 जनवरी से एक गुरुद्वारा के निर्माण का काम प्रारंभ होनेवाला है, हम उसमें भी जायेंगे। उन्होंने कहा कि चाणक्य ने यहीं अर्थशास्त्र की रचना की, ज्ञानी आर्यभट्ट भी हुए। महात्मा बुद्ध की ज्ञान भूमि और भगवान महावीर की जन्म भूमि, ज्ञान भूमि, निर्वाण भूमि है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है। उसी तरह से गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जन्म भी यहीं हुआ और जन्म के कई वर्षों बाद तक वे यहीं रहे। इसलिए उनसे संबंधित कोई भी कार्यक्रम होगा तो यह हम सभी लोगों का दायित्व है कि हम उसमें पूरा सहयोग करें। इसके लिए किसी को कहने की आवश्यकता नहीं है। हमलोग हर प्रकार से, स्वयं इसे अपनी जिम्मेवारी मानते हैं। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने यह भी तय कर लिया है कि प्रकाश पुंज का निर्माण होगा जिसमें गुरुनानक देव जी महाराज और सिख समाज से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी उसमें होगी। उसके निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो गया है।अंत में मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मैं सभी को शुभकामनाएं दी।

टेंट सिटी निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने पटना जिला स्थित सालिमपुर थानान्तर्गत करौटा पोस्ट के सैदपुर ग्राम के श्री अवधेश कुमार के शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। ज्ञात हो कि दिनांक 04 जनवरी 2019 को श्री अवधेश कुमार सिंह के 18 वर्षीय पौत्र प्रिंस कुमार की दुर्घटना में मौत हो गई थी।

 

 


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