पांच राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव के बीच दो चरणों में होगा संसद का बजट सत्र

रिपोर्ट: सिद्धार्थ पाण्डेय

नई दिल्ली : 8 अप्रैल तक दो चरणों में होनेवाले बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 12 घंटे और बजट पर 12 घंटे चर्चा की जाएगी| लोकसभा की बिजनेस एडवायजरी कमिटी ने यह समय आवंटित किया है| संसद के बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चलेगा. इसके बाद विभिन्न विभागों के बजटीय आवंटन पर विचार के लिए अवकाश रहेगा. लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 2 फरवरी से शुरू होगी. ऐसी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात फरवरी को चर्चा का जवाब देंगे. दरअसल, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए चार दिन रखे गए हैं.

इससे पहले केंद्र सरकार की तरफ से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. बजट सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए इस बैठक में विस्तृत चर्चा की गयी. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कई पार्टियों ने पेगासस का मुद्दा उठाया है. हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति मामले की जांच कर रही है और बजट सत्र के पहले भाग में बजट से संबंधित मुद्दों को उठाया जाना चाहिए.

वहीं, बजट सत्र से पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी आज सर्वदलीय बैठक की. इस दौरान ओम बिरला ने कहा, ‘सभी दलों के नेताओं ने आश्वस्त किया है कि बजट सत्र में सब सदन की कार्यवाही चलाने में सहयोग करेंगे. मैंने सभी दलों से आग्रह किया कि राष्ट्रपति अभिभाषण और बजट पर व्यापकता के साथ संवाद किया जा सकता है. हम देश के मुद्दे उठा सकते हैं और चर्चा हो सकती है.’ बजट सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से आरंभ होगा, जो 8 अप्रैल तक चलेगा. लोकसभा की बैठक 1 फरवरी को सुबह 11 बजे से होगी और उस दिन आम बजट पेश किया जाएगा. 2 फरवरी से लोकसभा की कार्यवाही शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक चलेगी. बजट सत्र के दौरान कुल 29 बैठकें होंगी, जिसमें पहले चरण में 10 बैठक और दूसरे चरण में 19 बैठकें होंगी. बजट सत्र का आयोजन ऐसे समय हो रहा है जब पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब व मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. 


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