बगैर किसी चंदा के श्रीराम का भव्य राजमहल बनायेगी श्री राजपूत करणी सेना : महिपाल

रिपोर्ट: शिलनिधि

श्री राजपूत करणी सेना ने 2020 विधान सभा चुनाव से पहले की आरक्षण की समीक्षा की मांग

आगामी विधान सभा चुनाव से पहले आनंद मोहन की रिहाई के लिए श्री राजपूत करणी सेना लड़ेगी लड़ाई

पटना : श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने आज पटना में अयोध्या  में राम मंदिर निर्माण और आरक्षण की समीक्षा की मांग को प्रमुखता से उठाया। इस दौरान उन्होंपने राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि श्री राजपूत करणी सेना की ओर से हम सरकार के अपील है कि वे अगर सरकारी खजाने से मंदिर निर्माण नहीं करना चाहते हैं, तो वे मंदिर निर्माण की जिम्मेवारी करणी सेना को दे दें। बिना किसी से चंदा लिये हम श्री राम का भव्य राजमहल बनाने को तैयार हैं, जो ऐतिहासिक होगा और दुनिया के सातों अजूबों में अव्वल होगा।  

महिपाल सिंह मकराना ने उक्ता बातें श्री राजपूत करणी सेना की बिहार प्रदेश इकाई द्वारा प्रदेश कार्यालय में आयोजित स्वा गत सह अभिनंदन समारोह  के दौरान कही। श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना और राष्ट्रीय संयोजक प्रह्लाद सिंह पहली बार बिहार की ऐतिहासिक धरती पर आये थे। महिपाल सिंह मकराना ने आरक्षण की समीक्षा का मांग करते हुए साफ शब्दोंस कहा कि 2020 बिहार विधान सभा चुनाव से पहले इसकी समीक्षा सरकार को करनी होगी। क्योंककि आरक्षण की मांग को लेकर जब हम मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को हटा सकते हैं, तो और भी राज्यों  में हम सरकारें हटा सकते हैं। इन राज्यों में हारने के बाद ही सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण मिल पाया। हम बनाने का तो नहीं कह सकते, लेकिन श्री राजपूत करणी सेना कितना बिगाड़ सकती है, सबको पता है। उन्होंने कहा कि हर हाल में आरक्षण की समीक्षा हो, नहीं तो जो इसका विरोध करेगी करणी सेना उसका पुरजोर खिलाफत करेगी। क्योंकि बीते 70 सालों में आरक्षण की समीक्षा नहीं हुई है और तो और जिन एससी – एसटी के 85 प्रतिशत लोग आज भी आरक्षण से वंचित है। 

राजपूत नेता आनंद मोहन सिंह की रिहाई की मांग को प्रमुखता से उठाते हुए कहा कि अगर सरकार आगामी 2020 विधान सभा से पूर्व उनकी रिहाई नहीं हुई, तो करणी सेना उनके लिए जोरदार लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि  वे डेढ़ दशक से जेल में बंद हैं, जबकि उन्होंने हमेशा समाज के लिए काम किया। बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री भी उनके साथ रह चुके हैं। उन्हें सोचना चाहिए कि आखिर आनंद मोहन सिंह को क्यों  इतने लंबे समय तक जेल में रखा है। वहीं, श्री राजपूत करणी सेना के बिहार प्रदेश अध्यिक्ष बी के सिंह श्री राजपूत करणी सेना एक गैर राजनीतिक राजपूत संगठन है। हमें अपने कुल को हिमायत करनी है। अगर मधु की तरह मिठास चाहते हैं तो मधुमक्खी की तरह हमें संगठित रहना होगा। इसलिए पूरे प्रदेश में जिला अध्यक्ष समेत अन्यास पदों को मजबूत किया जायेगा। प्रखंड, पंचायत अध्यक्ष के साथ - साथ सुदूर में भी कुल का कोई व्यक्ति होगा, तो श्री राजपूत करणी सेना उसे उठाने का काम करेगी।

उन्होंने कहा कि आज हम सबों को एकजुट और सामर्थवान होने की जरूरत है। आज अपने वंश को जब आर्थिक रूप से कमजोर पाता हूं, तो दर्द होता है। इसलिए हम अपने सारे भाईयों और अभिभावकों से करबद्ध अपील करते हैं कि आप सब आगे बढि़ये और एक दूसरे की मदद कीजिये। श्री राजपूत करणी सेना समाज के लोगों के साथ हमेशा खड़ा रहेगी। इसलिए हमें संगठित होना होगा। इसके लिए हम आने वाले दिनों में विशाल रैली भी करेंगे। इसके अलावा श्री राजपूत करणी सेना के स्वागत सह अभिनंदन समारोह को बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव सिंह, राष्ट्रीय महासचिव गोपाल सिंह, प्रदेश महासचिव रोहित राज, संरक्षक डॉ आर एस रत्नाकर, लक्ष्मीकांत सिंह, रितु राजपूत, हरिकांत सिंह सिसोदिया ने भी संबोधित किया।


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