धर्मनिरपेक्षता के खून से रंगे CAB और NRC को वापस ले सरकार - आम आदमी पार्टी

रिपोर्ट: सुशांत पाठक

पटना : आम आदमी पार्टी, बिहार के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने नागरिकता संशोधन कानून और NRC सहित अन्य कई मुद्दों पर चिंता प्रकट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा|

1- कैब और एनआरसी के हाथ धर्मनिरपेक्षता के खून से रंगे है,यह भारत के संविधान को शर्मसार करता है। एनआरसी देश के अन्य राज्यों में रह रहे  बिहार और यूपी के नागरिको को अपमानित करने के साथ साथ बेरोजगार करेगा।एनआरसी से बिहार की अर्थवव्यवस्था कमजोर होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैब और एनआरसी बिल के पक्ष में लोकसभा और राज्यसभा मे वोट कर अपने को संघी होने का सबूत दिया है। नीतीश कुमार के चेहरे से धर्मनिरपेक्षता का मुखौटा उठ चुका है। उन्होंने बिहारी धर्मनिरपेक्ष मतदाताओं को छलने का काम किया है। आगामी 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जनता इन्हें सबक सिखा देगी।

2-दिल्ली में माननीय राज्यसभा सांसद संजय सिंह के द्वारा कैब और एनआरसी का विरोध किये जाने से नाराज भाजपाई गुंडो ने अमित शाह के इशारे पर  उनके सरकारी आवास के समक्ष प्रदर्शन कर सांसद के परिजनों को धमकी दी है,आम आदमी पार्टी बिहार इसकी घोर निंदा करते हुए देश के महामहिम राष्ट्रपति से करवाई की माँग करती हैं। वर्तमान स्वरूप का धर्म के आधार पर पारित नागरिकता बिल आजादी लड़ाई के बाद  72 साल में निर्मित हुए  महात्मा गांधी, भगत सिंह, अशफाक उल्ला खान, राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, मौलाना अबुल कलाम आजाद जैसे अमर योद्धाओं का अपमान है। कैब  बहादुरशाह जफर के साथ गद्दारी करता है,जिसने अपनी आंखों के सामने देश की आजादी की खातिर अपने बेटों का सिर कलम करवा दिया था और खुद रंगून दफा हो गए। नागरिकता संसोधन  नबाब बहादुर, दादा भाई नैरोजी, सैयद हसन इमाम, अब्दुल गफ्फार खान, मोहम्मद अली जौहर से लेकर गांधी, नेहरू, सुभाष और पटेल तक से की कुर्बानियों का मखौल है। नेहरू और पटेल जैसे योद्धाओं के साथ धोखा है जिन्होंने अपनी लगभग जिंदगी अंग्रेजों से लड़ने में बिता दी और बची जिंदगी में अपनी मजबूत अस्थियां लगाकर भारत की ​बुनियाद रखी। यह पटेल के उस सपने पर हमला है जिसके तहत वे कहते थे कि 'हम एक सच्चे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के लिए प्रतिबद्ध हैं क्योंकि एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र ही सभ्य हो सकता है। यह बिल उन हजारों लाखों हिंदुओं और मुसलमानों के साथ गद्दारी करता है जिन्होंने साथ में लड़कर इस देश को आजाद कराया. यह बिल हमारे पुरखों के सपनों के भारत को बदलना चाहता है। यह बिल भारत के संविधान पर हमला करता है. यह बिल हमारे सेकुलर, लोकतांत्रिक गणराज्य को एक कठमुल्ला तंत्र में बदलने की घोषणा है. यह हमारी 140 करोड़ जनता को दो हिस्सों में बांटने का षडयंत्र रच रहा है. यह हमें स्वीकार नहीं है। हमारी पार्टी देशहित में कैब और एनआरसी बिल का विरोध करती है।

यह सब उनके द्वारा किया जा रहा है जिनपर गांधी को मार डालने का आरोप लगा. यह वे कर रहे हैं जिनपर भगत सिंह और उनके साथियों की शहादत का मजाक उड़ाने का आरोप है. यह वे कर रहे हैं जो भारत के संविधान और भारतीय तिरंगे के विरोध में थे. यह वे कर रहे हैं जो ​आजादी आंदोलन से दूर हिंदू राष्ट्र मांग रहे थे, जिन्ना की तारीफ कर रहे थे और भारतीय शहीदों के​ खिलाफ अंग्रेजों की मु​खबिरी कर रहे थे।सबसे बड़ी बात है कि इनकी नीयत ठीक नहीं है. ये अब भी हिंदू राष्ट्र का राग अलाप रहे हैं, जो अंतत: हिंदुओं के लिए ही दु:स्वप्न साबित होगा।कैब और एनआरसी का स्वरूप धरनिपेक्षता के खून से रंगा है।देश के कोने कोने से उठ रहे विरोध को देखते हुए केन्द्र सरकार को इसे वापस लेने की पहल करनी चाहिये।

3- केन्द्रसरकार की जबरदस्ती के खिलाफ आम आदमी पार्टी  आगामी दिनों में पटना में चरणबध्द तरीके से विरोध प्रदर्शन और राजभवन मार्च करेगी।जिसमे बड़ी संख्या में बिहार के तमाम जिलो से आये पार्टी कार्यकर्ता शरीक होंगे।बिहार प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह 'राजभवन मार्च' के जुलूस का नेतृत्व करेंगे।

4- समर्थन- कैब और एनआरसी के विरोध में राजद द्वारा घोषित बिहार बन्द का आम आदमी पार्टी बिहार अपना नैतिक समर्थन देगी।हम तमाम विपक्षी पार्टियों से एकजुट होकर गांधीवादी तरीके से विरोध प्रदर्शन करने की अपील करते हैं।

5- बिहार में कानून व्ययवस्था ध्वस्त है।हत्या, लूट,रंगदारी और बलात्कार का हर जगह बोलबाला है।बिहार सरकार मुकदर्शक और निःसहाय दिखती है।अपराधियों के हौसले बुलंद है।पुलिस बलात्कारियों के आगे घुटने टेक चुकी है। राजधानी पटना में दिनदहाड़े छात्रा से गैंग रेप इसका ताजा प्रमाण हो सकता है।मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार कांड, राजगीर सामूहिक बलात्कार कांड, समस्तीपुर बलात्कार व हत्या कांड, दरभंगा बालिका रेप कांड, बक्सर रेप- हत्या कांड, देवघर बलात्कार कांड, मुजफ्फरपुर में बालिका को बलात्कार कर जिंदा जलाने की घटना ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  के मुँह पर कालिख़ मल रखा है। विधि व्यवस्था और महिला अस्मिता की सुरक्षा में नाकाम नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का अधिकार नही है उन्हें नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा सौंप कर जनता के बीच पहुँच  फ्रेश जनादेश मांगना चाहिये। गृहमंत्री और प्रधानमंत्री को बलात्कार के आरोपियों के लिये फाँसी का कानून को लोकसभा और राज्यसभा में पास करवाकर राज्यसरकारों को छः महीने के अंदर  जाँच के साथ साथ फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सुनवाई पूरी करवाकर बलात्कारियों को फाँसी के फंदे तक पहुंचाने का सख्त निर्देश जारी करना चाहिये।

6- दिल्ली में तेरह दिनों से बलात्कार के खिलाफ सख्त कानून की माँग के साथ आमरण अनशन कर रही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति  मालीवाल  की माँगो को पूरा करते हुए अनशन तुड़वाने की पहल करने की माँग आम आदमी पार्टी बिहार  केंद्र सरकार और देश के माननीय  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से करती है।

प्रेस कांफ्रेंस को प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार के साथ सम्बोधित करने वाले अन्य पार्टी पदाधिकारियों में प्रदेश प्रवक्ता अमर यादव, गुलफिशा यूसुफ़ , प्रदेश महिला शक्ति से उमा दफ़्तुआर, रूपम झा, जोनल अध्यक्ष राहुल कुमार सिंह,पटना जिलाध्यक्ष ब्रह्मप्रकाश यादव, जिला मीडिया प्रभारी रोहित कुमार , प्रदेश मीडिया प्रभारी बब्लू प्रकाश और मृणाल राज, प्रदेश सचिव उमाशंकर प्रसाद,कार्यालय प्रभारी कृष्णमुरारी गुप्ता, एसटी एसटी प्रकोष्ठ अध्यक्ष नंदलाल, नसीमा खातून, दिनेश देव प्रमुख थे।

 


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