पटना : बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद 2017-18 वित्तीय वर्ष का बजट आज विधानमंडल में पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दकी इसे दोनों सदनों में पेश करेंगे. वहीं विधानसभा के अंदर भाजपा विधायकों ने बीएसएससी पेपर लीक घोटाले का मामला उठाते हुए जमकर हंगामा किया. विपक्ष के हंगामे के बीच विधान सभा की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. इधर, पेपर लीक मामले को लेकर एसआइटी की टीम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बुलावे पर विधानसभा पहुंची है. वर्तमान वित्तीय वर्ष 2016-17 का बजट एक लाख 45 हजार करोड़ का था. संभावना है कि 2017-18 का बजट का आकार वर्तमान वर्ष से दस फीसदी अधिक होगा. अगले साल के बजट में सात निश्चय के कार्यक्रमों को पूरा करने पर मुख्य फोकस होगा. जानकारी के मुताबिक वित्त विभाग ने बजट में 80 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान योजना मद में और 86 हजार करोड़ का रुपये का प्रावधान गैर योजना मद में किया है. बजट में शिक्षा, स्वास्थथ्य, सड़क और बिजली समेत सात निश्यच के तहत होने वाले कार्य प्राथमिकता में रहेंगे. बजट के साथ मनी बिल नहीं आने का कारण कर की दरों में कोई बदलाव नहीं होगा. साथ ही कोई नया कर भी नहीं आएगा. गौर हो कि सूबे में शराबबंदी से सरकार के राजस्व में 5 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है.