परिणाम आने से पूर्व नीतीश कुमार ने कई मुद्दों पर अपना स्टैंड किया क्लियर

रिपोर्ट: Ramesh Pandey

पटना : लोकसभा के चुनावी नतीजे आने से पूर्व दिल्ली में एनडीए घटक दलों की होनेवाली बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना से दिल्ली के लिए रवाना हुए| दरअसल, दिल्ली जाने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार म्यूजियम का भ्रमण किया| म्यूजियम भ्रमण के बाद पत्रकारों के सवाल पर अपनी प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दिल्ली में एनडीए की बैठक है| उसमें हिस्सा लेने के लिए जा रहे हैं।

एक्जिट पोल के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक्जिट पोल के चाहे जो भी नतीजे आएं लेकिन शुरु से ही हम आशान्वित हैं  कि दिल्ली में फिर से मोदी जी के नेतृत्व में  एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि एनडीए घटक दलों की आज दिल्ली में बैठक है जिसमे सभी लोग एक दूसरे से मिलकर रायशुमारी करेंगे। मेरे द्वारा किये गये 171 चुनावी सभाओं में लोगों का रिस्पांस अच्छा रहा, जनता मालिक है और उन्हें ही फैसला देना है| 23 मई को मतगणना होगी और उस दिन नतीजा सबके सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कई तथ्यहीन बातें भी हुई जिसका कोई मतलब नहीं है। लोकतंत्र में जनता मालिक है|

ईवीएम गड़बड़ी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी की कही कोई गुंजाइश नहीं है| ईवीएम एक तकनीक है और इसके आने के बाद से चुनाव में ट्रांसपेरेंसी आयी है। इस पर चुनाव आयोग ने भी कई बार जवाब दे दिया है। उन्होंने कहा कि हम तो ईवीएम के हिमामयती हैं और जब एनडीए की सरकार नहीं थी तब ही ईवीएम आया था। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष हारने लगता है तो कई प्रकार की मनगढ़ंत बातें करता है और ईवीएम पर भी सवाल उठाने लगता है|

तेजस्वी द्वारा मतदान नहीं कर पाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मतदान तो जरुर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम लगातार कहते रहे कि पहले मतदान फिर जलपान और हम स्वयं सुबह में मतदान केंद्र पर जाकर जलपान से पहले मतदान किए। उन्होंने कहा कि संविधान की मर्यादा है सबसे पहले वोट करने कि और जो वोटिंग नहीं किए वो एक्सप्लेन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जनता मालिक है और 23 तारीख का इन्तजार करना चाहिए| 23 तारीख को जो नतीजे आयेंगे उसके मुताबिक़ आगे देखना चाहिए| उन्होंने कहा कि जब चुनाव परिणाम आ जाए तो हर किसी को उसका पूरे तौर पर आकलन और अध्ययन करना चाहिए| क्या समाज में कटुता पैदा करनी चाहिए या किस तरह की बात होनी चाहिए|

बिहार विधान सभा चुनाव के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका बिहार विधानसभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है| बिहार विधान सभा का चुनाव अपने नियत समय पर ही होगा| उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बनेगी तो उसमे घटक दल शामिल होंगे ही| बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मतदान देकर जब हम निकल रहे थे तो पत्रकार बंधुओं के सवाल पर ही मैंने अपनी प्रतिक्रया दी| यह बात तो सही है कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग सर्वसम्मति से बिहार विधान सभा और बिहार विधान परिषद में पारित हुआ था, इसलिए इसे परसू करने की हमलोगों की जिम्मेवारी है | उन्होंने कहा कि इसके पक्ष में एक करोड़ लोगों ने हस्ताक्षर किया और उसे तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को सौपा गया| चौदहवें वित्त आयोग के रेकोमेंडेशन के एक सेंटेंस को आधार बनाकर केंद्र द्वारा यह बात कही गयी कि विशेष राज्य के दर्जे की बात नहीं हो सकती| इसके बारे में पहले से कमिटमेंट है| ऐसी स्थिति में पन्द्रहवें वित्त आयोग के सामने हमलोगों ने पूरी मजबूती और तर्कसंगत तरीके से अपनी बात रखी| उन्होंने कहा कि अभी पन्द्रहवें वित्त आयोग के चैयरमैन वोट देने भी आये हुए थे| व्यक्तिगत संबंध के तौर पर हमने उस दिन भी उन्हें यह बात याद दिलाई है| उन्होंने कहा कि हमलोगों की राय स्पष्ट है कि बिहार जैसे राज्य को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए| इसके लिए 2006 से निरंतर हमलोग अपनी बात उठाते रहे हैं और आगे भी प्रयास करते रहेंगे|

धारा 370 के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मत एकदम स्पष्ट है| इसमें कही कोई कोई विरोधाभास नहीं है| उन्होंने कहा कि हम तो पहले से ही कहते रहे हैं कि धारा 370 हटाने की बात नहीं होनी चाहिए| कॉमन सिविल कोड को थोपने की बात नहीं होनी चाहिए| अयोध्या मसले का समाधान आपसी सहमति या कोर्ट के आदेश से ही  होनी चाहिए| उन्होंने कहा कि 1996 में जब पहली बार हमलोगों की पार्टी का बीजेपी के साथ गठबंधन हुआ| इन मसलों पर उसी समय से हमारा स्टैंड क्लियर है| बीजेपी का अपना जो स्टैंड है,वह एक दल के रूप में है| क्योकि एक पार्टी के रूप में सबका अपना-अपना विचार होता है| लेकिन जब अलायन्स होता है तो काम शुरू होने के पहले घटक दलों से हर मुद्दे पर विमर्श होता है|

चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा एवं झड़प के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल की विचित्र स्थिति है| उन्होंने कहा कि चुनाव कही भी हो फेयर ढंग से होना चाहिए| हर नागरिक को वोट देने का अधिकार है| इसमें किसी भी प्रकार की जोर-जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए|

 

 


Create Account



Log In Your Account