पटना : बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ आज पूरे बिहार में मानव शृंखला बनायी गयी. जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुब्बारा उड़ाकर लोगों से दहेज और बाल विवाह को ना कहने की अपील की. यह मानव श्रृंखला, नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे, जिला, प्रखंड, पंचायत, गांवों की विभिन्न सड़कों और पगडंडियों से होकर गुजरी. मानव श्रृंखला करीब 13,668 किमी लंबी बनी. इसमें करीब 4.5 करोड़ लोग शामिल हुए.
पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद के उपसभापति हारुण रसीद, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह मानव श्रृंखला में मौजूद हुए. वहीं सभी जिलों के प्रभारी मंत्री और प्रभारी प्रधान सचिव/ सचिव अपने-अपने प्रभार के जिलों में मानव शृंखला का नेतृत्व किया.
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आज पूरे बिहार में लोग कतार में खड़े हुए. दहेज लेना गुनाह है और इसके लिए कानून बना हुआ है. लेकिन, बावजूद इसका प्रभाव समाज में आज भी देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा हमलोगों ने इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लगातार कैंपेन किया है. संकल्प के सार्वजनिक तौर पर प्रकटीकरण के लिए आज 21 जनवरी को राज्यभर में लोगों ने एकजुट होकर इसके खिलाफ अपना मत प्रकट किया है. मुझे खुशी है कि इन दोनों सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोगों ने आज पूरे राज्य में एकजुटता दिखाई और बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया.
मुख्यमंत्री ने कहा हमने लोगों से अपील की थी कि मानव श्रृंखला बनाकर सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए एकजुटता दिखाएं. आज के इस कार्यक्रम के बाद भी इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जनजागृति का अभियान चलता रहेगा. सामाजिक बदलाव के लिए चलने वाला यह अभियान निरंतर चलता रहेगा. शराबबंदी के बाद समाज में आये सामाजिक बदलाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब इसका फायदा सभी जगह दिखने लगा है. शराबबंदी को सख्ती से लागू करने के लिए सरकार प्रयासरत है. इसको लेकर तंत्र विकसित किया जा रहा है. इसके बाद और ज्यादा सख्ती से शराब का कारोबार करने वाले पर कार्रवाई की जायेगी.
राज्यभर के लोग 12 से 12.30 बजे तक आधे घंटे कतार में एक-दूसरे का हाथ थामकर बिहार सरकार के इस सामाजिक अभियान को अपना समर्थन दिया. गाैर हो कि राज्य में बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी के बापू सभागार में गत वर्ष 2 अक्टूबर को की थी. इसी मौके पर मुख्यमंत्री ने 21 जनवरी, 2018 को मानव शृंखला बनाने की घोषणा की थी. तभी से तैयारी चल रही थी. मुख्य सचिव खुद तैयारियों की मानिटरिंग करते रहे हैं. मानव श्रृंखला की 40 ड्रोन से फोटो-विडियोग्राफी हुई. राज्यभर में 16 लाख से अधिक नारे, होर्डिंग और बैनर, रेडियो जिंगल, बसों में गानों की सीडी के माध्यम से इसका प्रचार किया गया.