पटना : वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (WJAI) ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को मुम्बई पुलिस द्वारा की गयी गिरफ्तारी की घोर निंदा की है| एसोसिएशन की तरफ से एक निंदा पत्र जारी कर राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है| उन्होंने कहा कि आप अर्नब गोस्वामी की पत्रकारिता के तौर-तरीके से असहमत हो सकते हैं, लेकिन एक राष्ट्रीय स्तर के ख्यातिलब्ध पत्रकार के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार कतई स्वीकार्य नही हो सकता| यह एक पत्रकार या मीडिया हाउस पर हमला नही है बल्कि इससे लोकतंत्र चोटिल हुआ है| श्री कौशल ने कहा कि अर्नब गोस्वामी की जल्द से जल्द रिहाई की जाए नही तो एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित देशव्यापी प्रदर्शन में एकजुट होकर सभी पत्रकार महाराष्ट्र सरकार की ईट से ईट बजा देंगे|
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी को इंटीरियर डिजाइनर की आत्महत्या के दो साल पुराने मामले में गिरफ्तार किया है। साल 2018 में एक इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने आत्महत्या कर ली थी। अर्नब पर यह आरोप है कि उन्होंने उस इंटीरियर डिजाइनर की कथित बकाया राशि का भुगतान नहीं किया था, जिसकी वजह से उन्होंने आत्महत्या की थी। मई 2018 में आत्महत्या से पहले पत्र में अन्वय नाइक ने आरोप लगाया था कि अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक नेटवर्क के स्टूडियो का इंटीरियर डिजाइन करने के बाद भुगतान नहीं किया था
एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव रमेश पाण्डेय ने कहा कि महाराष्ट्र की उद्धव सरकार द्वारा पत्रकारों पर एक के बाद एक की जा रही बर्बरतापूर्ण कार्रवाई आपातकाल की घटना की याद दिलाती है| उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए महाराष्ट्र सरकार से बात करे और यथाशीघ्र अर्नब गोस्वामी की रिहाई सुनिश्चित हो| किसी भी सूरत में पत्रकारों का दमन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा| अगर केंद्र सरकार इस दिशा में तत्काल सकारात्मक कदम नही उठाती है तो यह माना जाएगा कि उनकी मिलीभगत से ही अर्नब गोस्वामी को प्रताड़ित और अपमानित किया जा रहा है|