पटना : नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे विपक्ष पर बेवजह राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा “ यह किसी से छिपा नहीं है कि किसानों को बिचौलियों के मकड़जाल से मुक्ति दिलाने वाले जिस कानून की मुखालफत आज विपक्षी दल कर रहे हैं, कल तक यह खुद उसे लागू करने का वादा करते थे. लेकिन सिर्फ आगामी पंजाब चुनावों में वोटों की फसल काटने के लिए आज यह लोग किसानों का भविष्य दांव पर लगाने से बाज नही आ रहे हैं. गौर करें तो इन अतिमहत्वपूर्ण कानूनों का विरोध करने में कांग्रेस, अकाली दल और आप सबसे आगे हैं. इन तीनों में कांग्रेस ने 2019 के लोस चुनाव के अपने घोषणापत्र में इन सुधारों का वादा किया था, वहीं दिल्ली की आप सरकार ने बाकायदा नोटिफिकेशन जारी किया हुआ था. लेकिन आज सिर्फ मोदी सरकार को बदनाम करने और खुद के सबसे बड़े किसान हितैषी होने का दिखावा करने के लिए यह तीनों अपनी बात से मुकरते हुए इस बिल के खिलाफ छाती पीट रहे हैं.”
विपक्षी दलों को चुनौती देते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा “ दिन रात इन कानूनों के खिलाफ बेवजह की अफवाह फैला रहे इन दलों को मेरी चुनौती है कि अपने एक भी आरोप को सही साबित कर के दिखाएं. गौरतलब हो कि न तो इन कानूनों से एमएसपी पर कोई प्रभाव पड़ने वाला है और न ही मंडी व्यवस्था पर. लेकिन इन कानूनों के लागू होने पर किसानों को अपनी फसल कहीं भी बेचने का अधिकार जरुर मिल जाएगा. इन दलों को यह बताना चाहिए कि आखिर अपनी फसल कहीं भी बेचने का अधिकार मिलने से किसानों का किस तरह नुकसान हो जाएगा. इन्हें बताना चाहिए कि अगर यह कानून गलत हैं तो कल तक यह इन्हें लागू करने का वादा क्यों कर रहे थे?”