सोशल मीडिया पर छाया रहा #JawabDoRJD, बिहार भाजपा ने दागा 10 सवाल

रिपोर्ट: Ramesh Pandey

पटना : आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर एक नए तेवर में नजर आ रही बिहार भाजपा की सोशल मीडिया टीम के निशाने पर आज राजद और उनके नेतागण रहे| राजद नेताओं पर भ्रामक तथ्यों और झूठे प्रचार के सहारे जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए बिहार भाजपा ने अपने अधिकारिक फेसबुक और ट्विटर हैंडल से राजद पर करारा प्रहार करते हुए राजद से 10 सवाल पूछे|

हैशटैग #JawabDoRJD के साथ सवाल दागते हुए भाजपा ने पुछा

  1. शुरुआती दिनों में लालू प्रसाद जी यह दावा करते नहीं थकते थे कि उनका जन्म अत्यंत गरीब परिवार में हुआ है। वे अपने माता-पिता और चपरासी भाई की गरीबी की नजीर देते थकते नहीं थे। सत्ता में आने के चंद वर्षों बाद ही वे अकूत संपत्ति के मालिक कैसे बन गये?
  2. जिस राजद के सर्वेसर्वा ने पार्षद, विधायक, सांसद, मंत्री बनाने के एवज में अनेकानेक नेताओं से जमीन-मकान आदि तथाकथित 'दान' में लिखवा लिये, अब उनके परिजनों से बिहार यह उम्मीद कैसे करे कि वे टिकटों की बिक्री नहीं कर रहे?
  3. क्या यह सही नहीं है कि लालू प्रसाद जी ने अपने रिश्तेदारों को भी संपत्ति हासिल करने का जरिया बनाया? अपने ससुराल, बेटी के ससुराल, भाई के रिश्तेदारों के नाम पर पहले अपने कालेधन से जमीन-मकान खरीदा और बाद में उसे पत्नी, बेटों व बेटियों के नाम गिफ्ट करवा दिया?
  4. मात्र 29 वर्ष की उम्र में तेजस्वी यादव 50 से ज्यादा महंगी संपत्ति के मालिक कैसे बने, जबकि उनके पास न तो कोई पुश्तैनी संपत्ति थी, न कोई शैक्षणिक योग्यता, यहां तक कि क्रिकेट में भी विफल रहे थे?
  5. वह कौन सा जादुई तरीका है, जिसके जरिये कभी साइकिल पर चलनेवाले गरीब लालू जी की पत्नी, पुत्र और पुत्री कुल मिलाकर दर्जनों महंगे भूखंड, फ्लैट्स और लग्जरी कारों के मालिक बन गये?
  6. क्या राजद के नेता बिहार को बताएंगे कि लालू जी का परिवार डिलाइट मार्केटिंग कंपनी की पटना स्थित साढ़े तीन एकड़ महंगी जमीन का मालिक कैसे बना,जिस पर तेजस्वी का 750 करोड़ का 'बिहार का सबसे बड़ा मॉल' बन रहा था?
  7. बिहार में जब भी मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनाने का मौका मिला, राजद  ने एक परिवार के सदस्यों को ही आगे बढ़ाया। क्या राजद में एक परिवार के सदस्यों से ज्यादा काबिल लोग नहीं हैं? या यहां सिर्फ परिवार की चापलूसी करनेवालों का जमावड़ा है?
  8. हर चुनाव में गरीबों के विकास के खोखले वादे करनेवाले राजद  के नेता क्या बताएंगे आपकी पार्टी ने गरीबों के कल्याण के लिए अब तक क्या-क्या किया है?और लालू प्रसाद जी ने बिहार के गरीबों-पिछड़ों को वर्षों तक विकास की मुख्यधारा से दूर क्यों रखा?
  9. पिछड़ों को झांसा देकर वोट पाने के लिए हर चुनाव में आरक्षण का खोखला शिगूफा क्यों? जबकि हकीकत यह है कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की ऐतिहासिक पहल तक का राजद ने संसद में विरोध किया था?
  10. यह हकीकत है कि राजद की सरकारों ने बिहार को अंधकार और लालटेन युग में रखा, जबकि एनडीए सरकार ने राज्य के 100% गांवों में बिजली पहुंचाई। तो बिहार के लोग राजद से विकास की उम्मीद करें या एनडीए से?

इस मसले पर बोलते हुए भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी नरेंद्र नाथ ओझा ने कहा “ आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हमारी नीति भले ही सकारात्मक प्रचार की है, लेकिन विरोधियों द्वारा लगातार फैलाए जा रहे झूठ और भ्रम के बीच कभी-कभी उन्हें आइना दिखाना भी जरूरी हो जाता है| वंशवाद और भ्रष्टाचार के लिए देश भर में कुख्यात हो चुकी राजद के नेताओं द्वारा मोदी सरकार पर आरोप लगाना पूरी तरह हास्यास्पद है| एक तरह से देखें तो यह भी मोदी सरकार की उपलब्धि ही कही जायेगी कि जिस पार्टी के नेता विकास का माखौल उड़ाते थे, आज उन्हें भी विकास की बात करनी पड़ रही है| अब कांग्रेस की तर्ज पर झूठ और फर्जीवाड़े को ही अपनी नीति मान जनता के बीच लगातार दुष्प्रचार कर रहे राजद के नेताओं से हमने जनता के बीच ही सवाल पूछे हैं| राजद के नेताओं को हमारी चुनौती है वह इन आरोपों को झूठा साबित करके बताएं”

 

 


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