मोदी राज में आजादी के बाद पहली बार रिकॉर्ड संख्या में महिलाएं बनीं राज्यपाल और मंत्री : संजय जायसवाल

रिपोर्ट: शिलनिधि

पटना : मोदी सरकार के लिए महिला सम्मान को सर्वोपरि बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने आज कहा कि देशहित में हमेशा कुछ नया और बेहतर करने की कोशिश में लगे रहनेवाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं के सम्मान और उनके सशक्तिकरण को हमेशा प्राथमिकता दी है. पिछले सात सालों का रिकॉर्ड उठा कर देखें तो उन्होंने ऐसे कई क्रांतिकारी और ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जिनसे महिलाएं सशक्त और स्वावलंबी दोनों हुई हैं. सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास को अपने शासन का मूल मंत्र बनाने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने शासन संचालन में भी समाज के सभी वर्गों और समुदायों की महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया है.

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में साल 2014 से अब तक आठ महिला राज्यपालों और उप-राज्यपालों को नियुक्त किया गया है. इनमें से 5 एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों से हैं. गौरतलब हो कि आजादी के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में बनीं किसी भी सरकार ने इतनी संख्या में महिलाओं को राज्यपाल नहीं बनाया था.

डॉ जायसवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने महिलाओं को मंत्रिमंडल में भी भरपूर जगह दी है. याद करें आजादी के बाद देश के इतिहास में सर्वाधिक महिला मंत्रियों वाली मंत्रिपरिषद बनाने का श्रेय मोदी सरकार के पहले कार्यकाल को जाता है, जिसमें कुल नौ महिला मंत्री शामिल थीं. इनमें से छह महिलाएं कैबिनेट सदस्य थीं, लेकिन हालिया हुए विस्तार के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने महिला मंत्रियों की संख्या और प्रतिशत के मामले में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इस विस्तार के बाद अब मोदी सरकार के दुसरे कार्यकाल में महिलाओं की भूमिका और संख्या दोनों ही बढ़ गई है. सात महिला नेताओं राज्य मंत्री के तौर पर शपथ दिलाने के साथ ही मंत्रिपरिषद में महिलाओं की कुल संख्या बढ़कर 11 हो गई है, जो मंत्रिपरिषद की कुल संख्या का 14 प्रतिशत है. इसके अतिरिक्त इस बार संसद में भी पिछली बार के मुकाबले ज्यादा महिला सांसद चुन कर आई हैं. 17वीं लोकसभा में कुल 78 महिलाएं चुनी गईं हैं, जो मोदी राज में महिलाओं की बढ़ी जागरूकता का प्रतीक है.


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