भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को राज्यसभा में बोलने नहीं देने से भड़की भाजपा ने विपक्ष पर करारा हमला बोला है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में विपक्ष के रवैया की कड़ी निंदा करते हुए मांग की है कि यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को घुसपैठियों को लेकर अपना रुख साफ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष यह पहले से ही तय करके आया था कि आज सदन नहीं चलने देना है। यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बोलने से रोकना और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को न सुनना विपक्ष की एक साजिश है। आज राज्यसभा में खुद सभापति ने अमित शाह को एनआरसी पर अपना भाषण पूरा करने के लिए बुलाया था। 1985 के बाद से अब तक एनआरसी को लागू करने की किसी में हिम्मत नहीं थी।
सवालिया लहजे में प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस और तृणमूल को किस बात का भय है, जो चर्चा से भाग रही हैं? ये किसको बचाना चाहते हैं, क्योंकि राजीव गांधी ने ही असम समझौता किया था, जिसकी आत्मा एनआरसी है। इसका मतलब साफ था कि घुसपैठियों को यहां से निकालना है और इंदिरा गांधी खुद चाहती थी कि बांग्लादेशियों को वापस बांग्लादेश भेजा जाए। आज कांग्रेस का स्टैंड क्या है? क्या अब कांग्रेस का स्टैंड बदल गया है? कांग्रेस को इस पर अपना स्टैंड साफ करना चाहिए। जावड़ेकर ने कहा है कि ममता बनर्जी का रुख तो साफ है कि वो घुसपैठियों को बचाना चाहती हैं और यहां रखना चाहती हैं, लेकिन सोनिया गांधी को बताना चाहिए कि वो क्या चाहती है?