विराट कोहली की टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में 31 रन से जीत हासिल की है| बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के इस पहले मुकाबले में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 31 रनों से शिकस्त दी है| मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम का आखिरी विकेट जोश हेजलवुड के रूप में रविचंद्रन अश्विन के खाते में गया| मैच के पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी, चायकाल के पहले 119.5 ओवर में 291 पर सिमट गई और उसे 31 रन की हार का सामना करना पड़ा| भारत से मिले 323 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम 291 रनों पर ऑलआउट हो गई| दरअसल 86 साल में भारत का ये 12वां ऑस्ट्रेलिया दौरा है लेकिन वह आजतक कभी भी टेस्ट सीरीज का पहला मैच नहीं जीत पाई थी लेकिन इस बार उन्होंने ये कसर भी पूरी कर ली।
सोमवार को पांचवे और अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रेविस हेड और शॉन मार्श चार विकेट पर 104 रनों की पारी को आगे बढ़ाने मैदान पर उतरे| दोनों से संभलकर खेलते हुए 31 रन जोड़े ही थे कि ट्रेविस हेड 14 रनों पर इशांत शर्मा की एक गेंद पर अजिंक्य रहाणे को कैच थमा बैठे| इसके बाद शॉन मार्श और कप्तान टिम पेन ने पारी को संभालते हुए 41 रन ही जोड़े थे कि जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया को छठां झटका दे दिया| उन्होंने शॉन मार्श को 156 के स्कोर पर आउट किया| लंच तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 186 रन था|
भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों से उलट ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने गजब का धैर्य और जज्बा दिखाया और भारत को जीत के लिए संघर्ष कराया| ऑस्ट्रेलिया के आखिरी चार बल्लेबाजों ने 107 रन जोड़े जिसमें नाथन लायन ने सर्वाधिक नाबाद 38 रन बनाए, जबकि पैट कमिंस (28) ने 121 गेंदों तक एक छोर संभाले रखा| कमिंस ने एक छोर संभाले रखने को तरजीह दी| उन्होंने पेन के साथ सातवें विकेट के लिए 31, मिचेल स्टार्क (28) के साथ आठवें विकेट के लिए 41 और फिर लायन के साथ नौवें विकेट के लिए 31 रन की साझेदारियां की| कमिंस को इस बीच दो बार डीआरएस से फायदा भी मिला|