'परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में PM ने छात्रों को परीक्षा के तनाव से बचने के कई टिप्स दिए

रिपोर्ट: रमेश पाण्डेय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में छात्रों को परीक्षा के तनाव से बचने के कई टिप्स दिए| ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान प्रधानमन्त्री ने चंद्रयान-2 से लेकर खेल और खिलाड़ियों का जिक्र कर बच्चों को यह बताया कि कैसे निराशा से उबरकर सफलता की ओर बढ़ा जा सकता है| इस कार्यक्रम में करीब 2,000 छात्रों ने भाग लिया, जिनमें से 1,050 छात्रों का चयन निबंध प्रतियोगिता के जरिए किया गया।

पीएम मोदी ने कहा कि हम विफलताओं से भी सफलता की शिक्षा पाकर हर प्रयास में उत्साह भर सकते हैं| इस देश में अरुणाचल ऐसा प्रदेश है जहां एक दूसरे से मिलने पर जय-हिंद बोला जाता है। ये हिंदुस्तान में बहुत कम जगह होता है। वहां के लोगों ने अपनी भाषा के प्रचार के साथ हिंदी और अंग्रेजी पर भी अच्छी पकड़ बनाई है। हम सभी को नॉर्थ ईस्ट जरूर जाना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2001 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कोलकाता में खेले गये क्रिकेट मैच का जिक्र करते हुए कहा कि उस मैच में भारत की स्थिति खराब हो गई| उस समय फॉलोऑन खेलना पड़ा| फॉलोऑन खेल में भी फटाफट विकेट गिरने लगे| लेकिन राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने उस दिन जो कमाल किया, वह आज भी हम सबको याद है| दोनों धीरे-धीरे खेलते रहे और मैच में भारत को विजय दिला दिया| उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया से देश का भला होगा और इससे भारतीय इकोनॉमी को ताकत मिलेगी। 

पीएम मोदी ने कहा कि विज्ञान और तकनीक ने जीवन को बदल दिया है। तकनीक के प्रति फ्रेंडली रहते हुए बदलती तकनीक की हमें पहले से जानकारी जुटानी भी चाहिए| हमें अपने मां, बाप, दादा, दादी के लिए भी समय निकालनी चाहिए| तकनीक का गुलाम नहीं बनिये बल्कि उसका उपयोग अपनी जरूरत के अनुरूप ही करिये|


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