लोकसभा चुनाव में हार के बाद अब टूट के कगार पर आजेडी : ललन यादव

रिपोर्ट: Ramesh Pandey

पॉलिटिक्स में परिवारवाद का बढ़ता प्रभाव एक राजनीतिक कोढ़ है : ललन यादव

पटना : लालू एंड फॅमिली पर निशाना साधते हुए असली देशी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने ‘परिवारवाद’ को राजनीति का कोढ़ बताया है| उन्होंने कहा कि परिवारवाद और खानदान की राजनीति का पॉलिटिक्स में बढ़ते प्रभाव के कारण आज लोकतंत्र कराह रहा है| जनहित के मुद्दे गौण है और ‘लोक’ पर तंत्र हावी है| उन्होंने कहा कि सत्ता हासिल कर परिवार का पोषण और देश का शोषण किया जाता रहा है| इससे समाज को मुक्ति दिलानी होगी|

श्री यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बिहार के यादवों को छलनेवाली लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी अब टूट के कगार है जिसे कोई नहीं रोक सकता| टूट के कारणों को गिनाते हुए ललन यादव ने कहा कि लालू की गैर मौजूदगी में उनके पुत्रों के बीच जारी खींचतान, नेतृत्व पर सवाल, खानदान की राजनीति के खिलाफ जनता की गोलबंदी और राजद नेताओं का बगावती तेवर के कारण जल्द ही राजद में टूट संभव है। लालू परिवार का कुनबा बिखकर अब टूट के कगार पर पूरी तरह पहुंच चूका है| ऐसे में राजद का बिखराव जल्द ही देखने को मिलेगा|

ललन यादव ने कहा कि चारा घोटाला मामले में सजायफ्ता 71 वर्षीय लालू प्रसाद रांची के रिम्स अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं जिन्होंने 15 वर्षों तक 'माय' समीकरण (मुसलमान-यादव गठजोड) के सहारे सत्ता पर काबिज होने में कामयाबी हासिल की थी| लालू का माय समीकरण लंबे समय तक विरोधियों पर भारी पड़ता रहा| उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय की झूठी ढोल पीट ढोंग करनेवाली लालू प्रसाद की पार्टी के चाल, चरित्र और चेहरे को बिहार की जनता बखूबी पहचान चुकी है| लोकसभा 2019 के चुनाव में राजद को शून्य पर सिमटना इसी का परिणाम है| श्री यादव ने कहा कि सिर्फ सियासी लाभ लेने के कारण ही लालू-राबड़ी राज में बिहार के यादवों की काफी दुर्गति हुई जिसका दंश वे आज भी झेल रहे हैं| बिहार का यादव समाज आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और राजनैतिक रूप से आज भी हाशिये पर है| ललन यादव ने कहा कि विकास से वंचित और हाशिये पर खड़े लोगों को मुख्य धारा में लाने के लिए असली देशी पार्टी प्रयासरत है और सर्व समुदाय को लेकर आगे बढ़ रही है|

 


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