RSS समेत 19 हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों का ब्योरा मांगे जाने को असली देशी पार्टी ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण

रिपोर्ट: इन्द्रमोहन पाण्डेय

पटना : आरएसएस समेत 19 हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों का ब्योरा मांगे जाने का पत्र सार्वजनिक होने के बाद बिहार में सियासी भूचाल के बीच असली देशी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है| उन्होंने कहा कि इस धर्मनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक देश में सबको अपनी बात रखने और संगठन चलाने का अधिकार है| ऐसे में राज्य सरकार द्वारा किसी विशेष धर्म-समुदाय से जुड़े संगठनों की जांच समझ से परे है| गौरतलब है कि बिहार पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने सभी विशेष शाखा पुलिस उपाधीक्षक और सभी जिलों के विशेष शाखा पदाधिकारियों को पत्र लिखकर संघ और उससे जुड़े संगठनों की जानकारी मांगी है। 28 मई को निर्गत किया गया यह पत्र एडीजी विशेष शाखा, आईजी, डीआईजी विशेष शाखा को भी भेजा गया था। पत्र में आरएसएस के अलावा हिन्दू संगठनों के सभी जिले के पदाधिकारियों के नाम, पते, मोबाइल नंबर और व्यवसाय के संबंध में एक सप्ताह के अंदर पूरी जानकारी भेजने का निर्देश दिया गया है|

ललन यादव ने कहा कि एनडीए गठबंधन सरकार में बिहार प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है| किसी कारणवश अगर भाजपा-जदयू की जोड़ी बिखरती है तो बिहार के लिए यह अहितकर होगा| दरअसल, अब इस मसले को सियासी रंग देते हुए विपक्षी दलों ने इसे बीजेपी-जेडीयू का अंतर्विरोध बताया है| आरजेडी नेता  भाई वीरेंद्र ने कहा है कि सरकार आरएसएस से जुड़े संगठनों की जांच करा कर नकेल कसने की कोशिश कर रही है| साथ ही इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी-जेडीयू गठबंधन जल्द ही टूटनेवाली है| आरजेडी विधायक अनवर आलम ने आरएसएस पर प्रतिबंध की जरूरत बतायी. इधर, विपक्ष में शामिल कांग्रेस के नेता प्रेमचंद मिश्रा ने भी एनडीए सरकार में आल इज नॉट वेल की बात कही है| साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा करायी जा रही जांच का स्वागत किया है| वही भाजपा नेताओं ने विशेष शाखा द्वारा निर्गत किये गये पत्र पर घोर आपत्ति जतायी है|

उल्लेखनीय है कि विशेष शाखा के पत्र में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जागरण समिति, धर्म जागरण समन्वय समिति, मुस्लिम राष्ट्रीय संघ, हिंदू राष्ट्र सेना, राष्ट्रीय सेविका समिति, शिक्षा भारती, दुर्गा वाहिनी, स्वदेशी जागरण मंच, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय रेलवे संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अखिल भारतीय शिक्षक महासंघ, हिंदू महासभा, हिंदू युवा वाहिनी और हिंदू पुत्र संगठन का जिक्र किया गया है।

पुलिस मुख्यालय ने RSS की जांच पर दी सफाई-कहा-सरकार और मुख्यालय को नहीं थी जानकारी

एडीजी (स्पेशल ब्रांच) जेएस गंगवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि आरएसएस नेताओं पर खतरा था इसलिए इनपुट के आधार पर यह पत्र भेजा गया| पत्र की जांच की गई है और यह पुलिस अधीक्षक के स्तर पर भेजा गया है| इसके बारे में न तो गृह विभाग, सरकार और नहीं किसी पुलिस पदाधिकारी को जानकारी थी। साथ ही उन्होंने कहा कि हम एसपी से जवाब मांगेगे कि इतने गंभीर मुद्दे को पब्लिक मैटर में क्यों लाया गया| एसपी फिलहाल पुलिस अकादमी ट्रेनिंग में हैं लेकिन उन्हें बुलाकर बात की जाएगी| 

 

 

 

 


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