पटना : उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद पर पलटवार किया है| सवालिया लहजे में सुशील मोदी ने कहा है कि .....
1. लालू प्रसाद बतायें कि
देश में कौन ऐसा मुख्यमंत्री है, जिसके एक आग्रह पर लाकडाउन में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए 4000 विशेष ट्रेनें चलायी गईं? 1506 ट्रेनें तो केवल बिहार के 21 लाख मजदूरों की सेवा में लगायी गई थीं।
लालू प्रसाद लालटेन युग के दुराग्रहों की मानसिक कारा में भी बंदी हैं, इसलिए न "वर्क फ्राम होम" समझ सकते हैं, न वर्चुअल संवाद।
लालूवाद को पोलिटिकल क्वरंटाइन में भेजने की जरूरत है।
2. बिहार में एनडीए के सीएम-फेस नीतीश कुमार पिछले 15 साल से जनता के बीच हैं और बाढ़ आपदा से कोरोना संक्रमण तक हर संकट से 12 करोड़ प्रदेश वासियों की रक्षा में लगे हैं।
जो लालू प्रसाद चारा घोटाला के चार मामले में सजायाफ्ता होकर 1095 दिनों से जेल में हैं, जिनके सियासी वारिस लोकसभा चुनाव के बाद 33 दिन तक विधानसभा से गायब रहे और लाकडाउन में 50 दिनों तक राज्य से बाहर अज्ञातवास में रहे, वे उस मुख्यमंत्री से घर से काम करने की अवधि का हिसाब किस मुँह से मांग रहे हैं?
क्या राज्य के मुख्यमंत्री को मसीहा बनने का नाटक करने के लिए खुद ही लाकडाउन के नियमों की धज्जी उड़ानी चाहिए थी?
राजनीति को नौटंकी-तमाशा बनाने के दिन बीत चुके हैं।