बिहार में शराबबंदी सिर्फ दिखावा, ज्यादातर बेकसूर भेजे जा रहे हैं जेल: हम

रिपोर्ट: Ramesh Pandey

पटन 27 जून: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से0) दलित प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र राउत ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बार-बार राज्य में शराबबंदी कानून को सफल बताए जाने पर आश्चर्य जताते हुए इसे हास्यास्पद बताया है| उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों की बनिस्पत बिहार में अवैध शराब ज्यादा मात्रा में जप्त किया जा रहा है और जहरीली शराब से राज्य में होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ती जा रही है| इसके बावजूद भी बिहार के मुख्यमंत्री लगातार शराबबंदी कानून के सफलतापूर्वक लागू होने का ढिंढोरा पीट रहें है|

रामचन्द्र राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कथन कि पड़ोसी राज्यों में शराब की बिक्री से राजस्व की बढ़ोतरी हुई है इससे मैं पूरी तरह सहमत हूं| उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों से बिहार में धडल्ले से शराब की खपत होने से वहां राजस्व में वृद्धि हुई है, जिसे मुख्यमंत्री बखूबी समझ रहे हैं| पड़ोसी राज्यों से होनेवाली शराब की खपत पर रोक लगाने में बिहार सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है| रामचंद्र राउत ने कहा कि अगर सरकार इसपर रोक लगाने में कामयाब होती है तो निश्चित तौर पर पड़ोसी राज्यों में राजस्व की वृद्धि स्वतः रुक जायेगी|

रामचन्द्र राउत ने कहा कि हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के द्वारा बार-बार बिहार के मुख्यमंत्री से शराबबंदी के कठोर नियम में संशोधन की मांग की गयी जिसके बाद देर से ही सही नितीश कुमार ने शराबबंदी कानून में संशोधन करने की बात कही है| कानून में संशोधन से समाज के बेकसूर लोग जो आज जेलों के अंदर बंद है उन्हें राहत मिलेगी| 


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