मानव श्रृंखला के जरिये चेहरा चमकाने की कोशिश में नाकाम साबित हुए नीतीश कुमार : उपेन्द्र सहनी

रिपोर्ट: किरण पाण्डेय

पटना : सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर सीएम नीतीश कुमार के चेहरा चमकाने की कोशिश मात्र थी मानव श्रृंखला| राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र सहनी ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि नशामुक्ति, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के साथ-साथ जल-जीवन-हरियाली अभियान को लेकर सम्पूर्ण बिहार में बनी मानव श्रृंखला के इस पूरे आयोजन में सिर्फ और सिर्फ पैसे की बर्बादी हुई है| उपेन्द्र सहनी ने कहा कि जिस प्रकार से सरकारी मशीनरी को मानव श्रृंखला के लिए लगाया गया, वह पूरी तरह से उर्जा, समय और सरकारी खजाने की बर्बादी है। पर्यावरण संकट को देखते हुए जल-जीवन-हरियाली अभियान को मूर्त रूप देना अच्छी पहल हो सकती है, लेकिन जिस प्रकार से सरकारी मशीनरी को झोंक कर और छोटे-छोटे बच्चों को कतार में खडा करने के अलावा सरकारी कर्मियों एवं सरकारी संस्थानों को जबरन इस काम से जोड़ा गया वह दुर्भाग्यपूर्ण है| इससे कर्मचारियों, विद्यार्थियों एवं बिहार की जनता के मन में नीतीश सरकार के प्रति नकारात्मकता का भाव पैदा हुआ है। इस वर्ष होनेवाले बिहार विधानसभा चुनाव में जनता इसका मुंहतोड़ जबाब देगी|

श्री सहनी ने कहा कि सस्ती लोकप्रियता के लिए नीतीश सरकार ने जल-जीवन-हरियाली जैसे गंभीर एवं चुनौती पुर्ण मुद्दे को गर्त में धकेलने का कार्य किया है। ठंड की इस ठिठुरन में स्कूल के नन्हे बच्चों को नंगे पांव कतार में खड़ा किया गया जिसके चलते कई बच्चे बीमार हो गए। वही दरभंगा में एक स्कूल शिक्षक की भी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि बाढ और आपदा के समय सहायता के लिए पटना सहित बिहार की जनता हेलीकॉप्टर के लिए तरसती रही लेकिन राज्य सरकार मूकदर्शक व तमाशबीन बनी रही| लेकिन आज मानव श्रृंखला के जरिये अपने तुगलकी फरमान की ब्रांडिंग व वीडियोग्राफी कराने के लिए पंद्रह-पंद्रह हेलीकॉप्टर मंगाया गया| यह बिहार की गरीब जनता के साथ घोर अन्याय है। 

उपेन्द्र सहनी ने कहा कि प्रतिदिन बिहार में हो रही आपराधिक घटनाएं, मंहगाई, बेरोजगारी, बैंक डकैती और गिरती कानून व्यवस्था जैसे जनहित से जुड़ी समस्याओं से निजात दिलाने में अक्षम नीतीश सरकार मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को गुमराह कर रही है। सुशासन बाबू के 15 वर्षों के शासन के बाद भी बिहार में सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में व्याप्त बदहाली से जनता त्रस्त है। उन्होंने कहा कि चेहरा चमकाने की कोशिश में नीतीश कुमार नाकाम साबित हुए हैं क्योकि बिहार की जनता ने इस बार बनी मानव श्रृंखला को पूरी तरह से नकार दिया है। विधानसभा चुनाव में सत्तासीन सरकार को बिहार की जनता करारा जबाब देगी।

 


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