आठ साल पहले दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स के आखिरी दिन स्वर्ण पदक जीतनेवाली साइना नेहवाल अगले महीने गोल्डकोस्ट में इस प्रदर्शन को दोहराने को एक बार फिर आतुर हैं| इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं| उन्होंने कहा कि भारत 2010 में पदक तालिका में दूसरे स्थान पर था। साइना ने उन दिनों को याद करते हुए कहा कि मुझे तिरंगे के साथ पोडियम पर खड़े होकर इतना अच्छा लगा कि मैं भूल नहीं सकती। आपको बता दें कि साइना ने 2006 में 15 साल की उम्र में राष्ट्रमंडल खेलों की टीम स्पर्धा में पदार्पण किया था और न्यूजीलैंड की रेबेका बेलिंगम को 21-13, 24-22 से हराकर भारत को मिश्रित टीम स्पर्धा का कांस्य दिलाया था। उन्होंने कहा , '2006 मेरा पहला राष्ट्रमंडल खेल था और हमने टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता । राष्ट्रमंडल खेलों में मेरा सफर यादगार रहा है।' साइना ने कहा कि 2014 में चोटों के कारण मैंने भाग नहीं लिया। वहीं ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में पी वी सिंधू ने कांस्य और पारूपल्ली कश्यप ने स्वर्ण पदक जीता था।