गृह जिले में तेजस्वी को मिली हार, ठगबंधन से जनता की नाराजगी का सबूत: राजीव रंजन

रिपोर्ट: शिलनिधि

पटना : गोपालगंज उपचुनाव में राजद को मिली शिकस्त पर बोलते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व मीडिया विभाग के प्रभारी राजीव रंजन ने आज कहा कि अवसरवाद के दम पर भले ही राजद बिहार की सत्ता में ‘बड़े भाई’ की भूमिका में आ गयी हो, लेकिन जनता उन पर कभी भी भरोसा नहीं करने वाली. यही कारण है कि 8-8 राजनीतिक दलों की बैसाखी होने के बावजूद राजद को तेजस्वी जी के गृह जिले गोपालगंज में हार का सामना करना पड़ा.

मोकामा में राजद की हुई जीत में तेजस्वी के योगदान को सिरे से ख़ारिज करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि जो शख्स आधा दर्जन से अधिक दलों के सहयोग के बावजूद अपने गृह जिले में पार्टी को नहीं जीता सके, वह मोकामा में भला क्या सकते हैं. वास्तव में मोकामा की जीत अनंत सिंह की जीत है, जिसमे तेजस्वी या राजद का रत्ती भर भी योगदान नहीं है.  

उन्होंने कहा कि मोकामा में भले ही भाजपा हार गयी हो, लेकिन हमारे प्रत्याशी ने राजद प्रत्याशी को ऐतिहासिक टक्कर दी है. यही वजह है कि तमाम राजनीतिक विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि अगर राजद का प्रत्याशी कोई दूसरा होता तो वहां भी भाजपा को जीतने से कोई नहीं रोक सकता था.

 श्री रंजन ने कहा कि उपचुनाव ने बिहार के आगे के राजनीतिक भविष्य को साफ़ कर दिया है. अब यहां की राजनीति दो ध्रुवीय हो चुकी है जहां केंद्र की तरह सीधे-सीधे राष्ट्रवाद बनाम परिवारवाद की टक्कर होनी है.

बिहार में अगली सरकार भाजपा की बनने की भविष्यवाणी करते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन अब जनता के सामने पूरी तरह एक्सपोज हो चुकी है. जनता अब सबका साथ सबका विकास चाहती है, किसी परिवार के सदस्यों की संपत्ति का विकास नहीं. इसके अलावा सारे अवसरवादियों के एकजुट हो जाने से वोट कटने का खतरा भी नहीं रह गया है. इसलिए यह तय है कि आगामी विस चुनाव में भाजपा अपार बहुमत के साथ जीत कर सत्ता में आएगी. 

 


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