नीतीश कुमार ने की तेवर तल्ख,कहा: सरकार में कोई भी रहे अब काम करना ही होगा

रिपोर्ट: रमेश पाण्डेय

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों की अपेक्षाए जग गई हैं। अब जो भी सरकार में रहेगा, उसे विकास करके दिखाना ही होगा। मैंने जब सूबे की सत्ता संभाली तो चुनौतियां अधिक थीं। लड़किया पांचवीं के बाद स्कूल नहीं जाती थीं। साइकिल, पोशाक आदि योजनाओं को लागू कर लड़कियों को स्कूल पहुंचाया। अब शैक्षिक गुणवत्ता की मांग हो रही है। मुख्यमंत्री शनिवार को यहां आद्री द्वारा आयोजित बिहार में स्वास्थ्य, महिला और विकास में मीडिया की भूमिका पर कार्यशाला में बोल रहे थे। आधी आबादी को पूरा हक है फॉर्मूला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की माने तो आधी आबादी को पूरा हक के फॉर्मूले ने काफी हद तक सूबे की सूरत बदल दी। बच्चियों की शिक्षा और महिला स्वयं सहायता समूह, इन दो पैमानों पर राज्य के विकास को आंकना सटीक आंकलन होगा। बच्चियाें को इंटर तक की पढ़ाई में जनसंख्या स्थिर होने का सूत्र छुपा है। राज्य की प्रजनन दर 3.9 है जबकि राष्ट्रीय औसत 3.4 का है। एक अध्ययन से यह पता चला कि 11वीं पास बच्ची का प्रजनन दर दो है और 12वीं पास बच्ची का प्रजनन दर राज्य में 1.6 है। इसी को देखते हुए सरकार ने हर पंचायत में इंटर तक का स्कूल खोलने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि लोगों की इच्छाएं जग गईं हैं। अब जो भी सरकार में रहेगा, उसे विकास करके दिखाना होगा। मैंने जब सूबे की सत्ता संभाली तो चुनौतियां अधिक थीं। बच्चियां पांचवीं के बाद स्कूल नहीं जाती थीं। साइकिल, पोशाक आदि योजनाओं को लागू कर बच्चियों को स्कूल पहुंचाया। अब शैक्षिक गुणवत्ता की मांग हो रही है। मुख्यमंत्री शनिवार को पटना में आद्री और पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित बिहार में स्वास्थ्य, महिला और विकास में मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित कार्यशाला पर बोल रहे थे। इस क्रम में उन्होंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में पंचायतों, नौकरियों खासकर पुलिस, बच्चियों की सेहत सुधारने आदि की दिशा में लिए गए तमाम फैसलों का भी जिक्र किया। बताया कि कैसे टोला सेवक और तालिमी मरकज के जरिए बच्चों को स्कूल पहुंचाया। 2005 में 12 फीसदी बच्चे स्कूल नहीं जाते थे। आज स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या दो फीसदी रह गई है। साइकिल योजना से समाज में युगांतकारी बदलाव : उन्होंने कहा कि बालिका साइकिल योजना ने समाज की सोच बदली है। साइकिल चलाने वाली लड़कियों के पिता को लोग कहते थे कि बेटी को समझाओ। वह साइकिल चलाती है। अब ऐसा कोई नहीं कहता। चिंता की बात यह कि पुरुष के मुकाबले महिलाओं की संख्या घट रही है। यह समाज के लिए घातक है। इससे समाज में हिंसा, भ्रष्टाचार, व्यभिचार बढ़ेगा। इसे रोकने के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा से स्वास्थ्य का संबंध नीतीश कुमार ने कहा कि शिक्षा से स्वास्थ्य का सीधा संबंध है। शिक्षित लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते हैं। ये दोनों चीजें महिला सशक्तीकरण के लिए आवश्यक है। इसी क्रम में राज्य में 10 लाख स्वयं सहायता समूह गठन का लक्ष्य है, जिसमें तीन लाख गठित हो चुकी हैं। मीडिया को भी समाज को शिक्षित करने वाली स्टोरी को छापने-दिखाने में अधिक जोर देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने फिरोज अब्बास खां के निर्देशन में टीवी धारावाहिक ‘मैं कुछ भी कर सकती हूं’ के दूसरे चरण और इसके पोस्टर का लोकार्पण किया। फिरोज अब्बास खान निर्देशित इस सीरियल राज्य के स्वयं सहायता समूहों, नारी अदालतों और महिला हेल्पलाइन की कहानियां शामिल हैं। मौके पर आद्री के सदस्य सचिव शैबाल गुप्ता, पीएफआई कि निदेशक पूनम मुतरेजा, वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी, मैमन मैथ्यू, राजेंद्र तिवारी, बिनोद बंधु, दयाशंकर राय, दीपक मिश्र, निधि कुलपति, कुमार प्रबोध, श्रीकांत प्रत्यूष, चंदन शर्मा, एसएम अशरफ फरीद आदि ने भी अपने विचार रखे। मौके पर सरकार के वरीय अधिकारी ब्रजेश मेहरोत्रा, डीएस गंगवार और चंचल कुमार भी मौजूद थे। विशेष सहायता बिहार के हित व हक का प्रश्न : नीतीश पटना|मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विशेष सहायता बिहार के हित और हक का प्रश्न है। मेरी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई थी। उन्हें ज्ञापन सौंपा था। उन्हें राज्य सरकार की जरूरतों और 14वें वित्त आयोग की अनुशंसा के कारण राज्य को होने वाली क्षति से अवगत कराया था। नीति आयोग को सौंपे चार्टर ऑफ डिमांड के मार्फ मुख्य सचिव ने उसी बात को आगे बढ़ाया। बिहार को मिल रही बीआरजीएफ मद में राशि को शून्य कर देने से राज्य सरकार को कठिनाई हो रही है। इससे भी नीति आयोग को अवगत कराया गया है। मुख्यमंत्री शनिवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। विलय की घोषणा मुलायम सिंह करेंगे : जनता दल परिवार के विलय पर उन्होंने कहा कि इसकी औपचारिक घोषणा के लिएमुलायम सिंह यादव अधिकृत हैं। राजद विधायकों से मिलने की बात पर कहा कि हम तो सभी से मिलते हैं। भाजपा के विधायक भी समस्या लेकर आएंगे तो उनसे मिलेंगे। पहले वे मुझसे मिलते रहे हैं। भाजपा को तो हर बात पर आपत्ति उठाने की आदत हो गई है।


Create Account



Log In Your Account