जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 से अधिक जवानों की शहादत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि इस हमले के बाद जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो स्वाभाविक हैं. हमारे सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है. हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है. मुझे पूरा भरोसा है कि देश भक्ति के रंग में रंगे लोग, सही जानकारियां भी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे. साथ ही आतंक के लिए हमारी लड़ाई और तेज हो सके.
PM ने कहा कि मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं. बहुत बड़ी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी. मैं देश को भरोसा देता हूं, हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के बीच जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी. जो हमारी आलोचना कर रहे हैं, उनकी भावनाओं का भी मैं आदर करता हूं. उनकी भावनाओं को मैं भी समझ पाता हूं, आलोचना करने का उनका पूरा अधिकार भी है. लेकिन मेरा सभी साथियों से अनुरोध है कि वक्त बहुत संवेदनशील और भावुक पल है. पक्ष में या विपक्ष में हम सब राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें और इस हमले का देश एक जुट होकर मुकाबला कर रहा है. देश एक साथ है. देश का एक ही स्वर है, यही विश्व में सुनाई देना चाहिए. लड़ाई हम जीतने के लिए लड़ रहे हैं.
एजेंसियों और सुरक्षाबलों के साथ बैठक एनएसए अजीत डोवाल ने की महत्वपूर्ण बैठक
आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने देश के सभी सुरक्षाबलों और एजेंसियों के साथ बैठक की. इस बैठक में पुलवामा हमले और सुरक्षा के तमाम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा कर आगे की रणनीति तय की गयी. आपको बता दें कि इससे पहले पुलवामा हमले पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की भी बैठक हुई. जिसमें पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीनने का निर्णय लिया गया.