बिहार में JDU-RJD के गठबंधन टूटने के बाद लालू प्रसाद यादव ने नीतीश के फैसले पर नाराजगी जताई है। मीडिया से बातचीत में लालू यादव ने नीतीश पर वार करते हुए कहा कि वो सत्ता के लालची हैं। तेजस्वी पर कार्रवाई को एक बहाना करार देते हुए लालू ने कहा कि नीतीश को असल में बीजेपी की गोद में जाना था। लालू यादव ने अपनी भड़ास निकालते हुए नीतीश को भस्मासुर, हत्यारा और ढोंगी तक कह डाला। उन्होंने कहा कि नीतीश ने छल किया है, क्योंकि तेजस्वी के खिलाफ हुई सीबीआई की कार्रवाई के पीछे उन्हीं का हाथ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद से नीतीश का इस्तीफा एक सोची समझी रणनीति के तहत हुआ है। सबकुछ फिक्स था। कब कार्रवाई करनी है और कब तेजस्वी से इस्तीफा मांगना है। नीतीश के एनडीए से मिलने पर लालू ने कहा कि राज्य का विकास करने वाला सीएम अपनी बात से मुकरते हुए बिहार को विनाश की तरफ ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को सुप्रीम कोर्ट लेकर जाएंगे। 'कुर्सी के लालची नीतीश अवसरवादी नेता हैं' लालू ने ये भी आरोप लगाया कि अवसरवादी नेता नीतीश एक ढोंगी हैं और कुर्सी के लालची हैं। उन्होंने देश की जनता को बेवकूफ बनाया, क्योंकि उन्होंने हमारे खिलाफ तो ढोंग रचा ही साथ ही सांप्रदायिकता के खिलाफ होने का भी नाटक किया। नीतीश नकली इमेज बनाकर प्रचार करते हैं और उन्होंने शराबबंदी के जरिए ढोंग रचा। लालू ने कहा कि नीतीश ने फोन करके कहा कि हमने तेजस्वी का इस्तीफा नहीं मांगा, लेकिन साजिश पूरी हो रही थी। लालू के मुताबिक ये साजिश इस कदर गहरी थी कि आरजेडी को सही कदम उठाने के समय ही नहीं मिला। आनन-फानन में सबकुछ किया गया, बैठक बुलाकर नेता का चुनाव करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम बहुमत साबित करने का दावा करना चाहते थे, लेकिन विधायकों को रातभर बंद करके रखा गया। 'नीतीश ने सीताराम सिंह को गोली मारी' लालू यादव ने मीडिया के सामने नीतीश खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर दिखाई। उन्होंने इस एफआईआर के जरिए दावा किया कि नीतीश पर मर्डर केस है और उन्होंने खुद सीताराम सिंह को गोली मारी थी। लालू ने कहा कि 16 नवंबर 1991 को हुई हत्या के लिए नीतीश जिम्मेदार हैं। एफआईआर में साफ जाहिर है नीतीश पर 147, 148, 149, 302, 307 और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ।