एसबीआइ ने फिर की यूटीआइ एमएफ को खरीदने की पेशकश

रिपोर्ट: साभारः

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने एक बार फिर यूटीआइ म्यूचुअल फंड को खरीदने की पेशकश की है। वित्त मंत्रालय को भेजे अपने पत्र में बैंक ने इसका अधिग्रहण या विलय एसबीआइ म्यूचुअल फंड (एमएफ) में करने का प्रस्ताव किया है। हालांकि, वित्त मंत्रालय ने एसबीआइ की इस पेशकश पर कोई फैसला नहीं लिया है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधती भट्टाचार्य ने बीते साल नवंबर में इस आशय का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय के वित्तीय मामलों के विभाग को सौंपा था। चूंकि ऐसे प्रस्ताव मंत्रालय के पूंजी बाजार विभाग के तहत आते हैं, लिहाजा एसबीआई प्रमुख की पेशकश को विचार के लिए इसी को भेज दिया गया है। यह पहला मौका नहीं है कि जब एसबीआई ने यूटीआइ एमएफ को खरीदने का प्रस्ताव किया है। साल 2005 में भी बैंक ने यूटीआई एएमसी को खरीदने की पेशकश की थी। एसबीआइ भी यूटीआइ एमएफ के प्रमोटरों में शामिल है। इसके अन्य प्रमोटर एलआइसी, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक हैं। इनमें से प्रत्येक की यूटीआई एमएफ में 18.5 फीसद की हिस्सेदारी है। सरकार अगर एसबीआई के इस प्रस्ताव को मान लेती है तो एसबीआइ म्यूचुअल फंड देश का सबसे बड़ी असेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) का रूप ले लेगी। एसबीआइ की मुखिया ने वित्त मंत्रालय को इस विलय अथवा अधिग्रहण के संबंध में विस्तृत ब्योरा दिया है। हालांकि सरकार को इस दिशा में कोई भी फैसला लेने से पहले यूटीआइ के तीनों अन्य प्रमोटरों से भी एसबीआई के प्रस्ताव पर स्वीकृति लेनी होगी। बताया जाता है कि एलआइसी भी यूटीआइ म्यूचुअल फंड को खरीदने की इच्छुक रही है। इसीलिए वित्त मंत्रालय को कोई कदम उठाने से पूर्व एलआइसी की स्वीकृति लेना आवश्यक होगा। यह दीगर है कि अभी तक एलआइसी ने ऐसा कोई औपचारिक प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को नहीं दिया है।


Create Account



Log In Your Account