मधुमेह रोगियों को मिलेगी राहत, जहानाबाद के पीजी रोड में खुला 'लाल क्लिनिक' का शाखा

रिपोर्ट: किरण पाण्डेय

गया/ जहानाबाद : मधुमेह पीड़ितों के भरोसे का प्रतीक बना ‘लाल क्लिनिक’ अपना विस्तार करते हुए जहानाबाद के पीजी रोड में एक नया शाखा खोला है| ‘लाल क्लिनिक’ के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जहानाबाद के जिलाधिकारी नवीन कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का विधिवत शुभारंभ किया| मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ0 के0पी0 लाल की पत्नी श्वेता सिंह ने पुष्पगुच्छ भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया|

गौरतलब है कि विगत कई वर्षों से पटना के दिनकर गोलंबर स्थित ‘लाल क्लिनिक’ में मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ0 के0पी0 लाल, डायबिटिज से ग्रस्त मरीजों को चिकित्सकीय सेवा मुहैया कर उन्हें मधुमेह से निजात दिलाने में जुटे हुए हैं| डॉ0 के0पी0 लाल की सेवा भावना, विनम्र व्यवहार, गरीब मरीजों के प्रति सहायता भाव और ‘लाल क्लिनिक’ की कार्य संस्कृति के कारण समय के साथ लोगों का विश्वास ‘लाल क्लिनिक’ के प्रति बढ़ता गया जिसका नतीजा आज विस्तार के रूप में सामने है|

इस अवसर पर उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि जहानाबाद का अपना एक अलग इतिहास रहा है। यहां के लोग काफी संयमित और सहयोगी प्रवृति के हैं। मधुमेह से लगभग हर दूसरा आदमी परेशान हैं ऐसे में ‘लाल क्लिनिक’ के खुलने से यहाँ के लोगों को इलाज कराने में काफी सहूलियत होगी| मधुमेह रोग की शिकायत होने पर लोगों को समय पर इलाज मयस्सर होगा| उन्होंने कहा कि जहानाबाद के लोगों के स्वास्थ्य की भी चिंता करनेवाले डॉ0 के0पी0 लाल को मैं अपनी बधाई और शुभकामना देता हूँ| मुझे पूरी उम्मीद है कि वे अपने चिकित्सकीय परामर्श एवं सेवा अनुभव से अब यहाँ के लोगों को लाभान्वित कर उन्हें निरोग रखने में अपनी अहम भूमिका निभायेंगे|

समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित जहानाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘लाल क्लिनिक’ का यहाँ खुलना स्थानीय और आस-पास के इलाके के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है एवं उपलब्धि है| उन्होंने कहा कि ‘लाल क्लिनिक’ के खुलने से रोगियों को समय पर इलाज के साथ-साथ अब तक आवागमन एवं अन्य मद में होनेवाली खर्च पर भी रोक लगेगी|

मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ0 के0पी0 लाल ने अपने संबोधन के क्रम में सबसे पहले अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए उद्घाटन समारोह शामिल स्थानीय लोगों के प्रति आभार प्रकट किया| उन्होंने कहा कि मधुमेह एक गंभीर समस्या के रूप में उभर कर हमारे सामने आया है । पूरे विश्व में मधुमेह का फैलाव तेजी से बढ़ रहा है। “विश्व स्वास्थय संगठन” की एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार “ सन 2025 तक भारत दुनिया का डायबिटीक कैपिटल हो जाएगा। यानि उस वक्त तक डाइबिटीज के सबसे अधिक रोगी भारत में होंगे| डॉ0 लाल ने कहा कि “भारतीय मधुमेह संगठन” के अनुसार शहरी जीवन शैली में बदलाव, अधिक मसालेदार भोजन, कम व्यायम, बढ़ता तनाव, जेनेटिक तथा पर्यावरणीय कारणों से मधुमेह का खतरा 60% तक अधिक बढ़ जाता है। अन्य रोगियों की तुलना में मधुमेह के रोगियों में हृदयघात की शिकायत  तीन गुना अधिक हो जाती है।
 

डॉ0 के0पी0 लाल ने कहा कि आजकल हर दूसरे व्यक्ति में डायबिटीज की शिकायत करीब-करीब देखने को मिल रही है। बहुत से लोग इसे आधुनिक सभ्यता का अभिशाप कहते हैं। अमेरिका में इसे मृत्यु का आठवां और अंधेपन का तीसरा सबसे बड़ा कारण बन गया है। हालाँकि मधुमेह बच्चों को उतना प्रभावित नहीं करता जितना की वयस्कों को फिर भी यह एक शिशु को भी प्रभावित कर सकता है । ऐसा देखा गया है कि मधुमेह से पीड़ित वयस्क प्राय: 45 वर्ष से 55 वर्ष तक की आयु के मध्य के होते हैं। उन्होंने कहा कि मधुमेह से ग्रस्त युवाओं में प्राय: वंशानुगत कमजोरी होती है तथा कई बार तो यह कमजोरी अत्यधिक गंभीर हो जाती है। मधुमेह से ग्रस्त तीन लोगों में से दो महिलाएँ होती हैं। आविवाहित स्त्रियों की अपेक्षा विवाहित स्त्रियों में मधुमेह का प्रतिशत बहुत अधिक पाया जाता है इसका कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है पर ऐसा माना जाता है कि इसका संबंध गर्भावस्था के दौरान होने वाले ग्रंथिमय परिवर्तनों से है। ये परिवर्तन शरीर द्वारा स्टार्च और शर्करा का इस्तेमाल किए जाने के तरीकों को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में मधुमेह की शिकायत या लक्षण दिखने पर समय पर उसका इलाज, खान-पान में परहेज और संयमित दिनचर्या अपनाकर ही इस रोग से निजात पाया जा सकता है|

इस अवसर पर डॉ0 अभिषेक, डॉ0 सत्येन्द्र कुमार, डॉ0 रवि, डॉ0 प्रभात, मंजीत सिंह, सिद्धार्थ मिश्रा सहित अन्य कई गणमान्य लोग एवं काफी तादाद में स्थानीय लोग उपस्थित थें|

 


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